PM Narendra Modi / मोदी कैबिनेट की डेढ़ घंटे बाद बैठक ख़त्म, एनेक्सी भवन में चल रही थी मीटिंग

आज से संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो गया है। यह विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलेगा। इससे पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार ने विपक्ष को 8 विधेयकों के पेश करने की जानकारी दी थी। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं संसद के एनेक्सी भवन में चल रही मोदी कैबिनेट मीटिंग खत्म हो गई। यह बैठक लगभग डेढ़ घंटे तक चली। जानकारी के अनुसार, इस बैठक में महिला आरक्षण बिल को लेकर

Vikrant Shekhawat : Sep 18, 2023, 08:57 PM
PM Narendra Modi: आज से संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो गया है। यह विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलेगा। इससे पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार ने विपक्ष को 8 विधेयकों के पेश करने की जानकारी दी थी। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं संसद के एनेक्सी भवन में चल रही मोदी कैबिनेट मीटिंग खत्म हो गई। यह बैठक लगभग डेढ़ घंटे तक चली। जानकारी के अनुसार, इस बैठक में महिला आरक्षण बिल को लेकर चर्चा की गई। परम्परा रही है कि कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस ब्रीफिंग होती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। कैबिनेट में लिए गए फैसले की जानकारी सीधे संसद में दी जाएगी।

कैबिनेट मीटिंग से पहले हो रही महत्वपूर्ण बैठकें 

वहीं शाम को कैबिनेट की बैठक से पहले संसद भवन में कई अहम मुलाकातें हो रही हैं। जानकारी के अनुसार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। इसके बाद अब पीयूष गोयल और प्रल्हाद जोशी पीएम मोदी सेमिलेंगे। बता दें कि संसद के विशेष सत्र की शुरुआत आज पुराने भवन में ही हुई लेकिन 19 सितंबर को होने वाली बैठक नए संसद भवन में होगी। वहीं 20 सितंबर से नए संसद भवन से ही सारे काम-काज संचालित किए जाएंगे।

पुराना संसद भवन देगा नई पीढ़ी को प्रेरणा- पीएम 

वहीं इससे पहले लोकसभा में भाषण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मंगलवार से हम नए भवन में चले जाएंगे लेकिन यह भवन आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा। 75 वर्ष की हमारी यात्रा ने अनेक लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है और इस सदन के सभी सदस्यों ने उसमें सक्रियता से योगदान दिया है। पीएम ने कहा ये सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा मेरे देशवासियों के लगा था।