- भारत,
- 06-Oct-2025 07:55 PM IST
Bihar Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है। 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। इस बीच, सभी की निगाहें इस सवाल पर टिकी हैं कि इस बार बिहार में सत्ता की बागडोर किसके हाथ होगी? क्या एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) अपनी सत्ता बरकरार रखेगा, या राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के नेतृत्व वाला महागठबंधन बाजी मारेगा? साथ ही, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी क्या कोई बड़ा उलटफेर कर पाएगी? हाल ही में आए आईएएनएस-मैट्रिज (IANS-Matrize) सर्वे ने इन सवालों के जवाब देने की कोशिश की है, जिसमें वोट शेयर से लेकर सीटों के अनुमान तक का जिक्र है।
एनडीए की जीत की भविष्यवाणी
सर्वे के अनुसार, एनडीए को बिहार में एक बार फिर जीत मिलने की प्रबल संभावना है। एनडीए को करीब 49% वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जो 150-160 सीटों में तब्दील हो सकता है। यह आंकड़ा नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार के लिए मजबूत स्थिति को दर्शाता है। सर्वे में यह भी कहा गया है कि सत्ता विरोधी लहर के बावजूद विपक्ष नीतीश कुमार की सत्ता को हिला नहीं पाएगा।
महागठबंधन की स्थिति
वहीं, राजद-कांग्रेस-वाम दलों के महागठबंधन को 36% वोट शेयर मिलने की उम्मीद है, जो 70-85 सीटों के बीच हो सकता है। राजद और बीजेपी, दोनों को 21% वोट शेयर के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पार्टियों के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, राजद के लिए यह आंकड़ा सत्ता तक पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं माना जा रहा है। कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार भी कमजोर रहने की आशंका है, जिसे मात्र 8% वोट शेयर मिलने का अनुमान है।
जन सुराज और अन्य दल
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इस चुनाव में नया रंग ला सकती है। सर्वे के मुताबिक, जन सुराज को 7% वोट शेयर मिलने की उम्मीद है, जो 2-5 सीटों में तब्दील हो सकता है। इसके अलावा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और अन्य छोटे दलों को भी 7% वोट शेयर के साथ 7-10 सीटें मिलने की संभावना है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 1% वोट शेयर के साथ सीमित प्रभाव दिख रहा है।
जेडीयू और अन्य सहयोगी दल
नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। सर्वे में जेडीयू को 18% वोट शेयर के साथ 60-65 सीटें मिलने का अनुमान है। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 6% वोट शेयर के साथ 4-6 सीटें मिल सकती हैं।
बिहार का सियासी माहौल
बिहार में इस बार का चुनाव कई मायनों में दिलचस्प होने वाला है। नीतीश कुमार की साख, राजद की आक्रामक रणनीति, और प्रशांत किशोर की नई सियासी पारी के बीच मतदाताओं का रुख क्या होगा, यह देखना बाकी है। सर्वे भले ही एनडीए की जीत की भविष्यवाणी कर रहा हो, लेकिन बिहार की जटिल जातिगत और सामाजिक समीकरण हमेशा से चुनावी नतीजों को अप्रत्याशित बनाते रहे हैं।
क्या नीतीश कुमार एक बार फिर अपनी सियासी चतुराई से बाजी मार लेंगे, या राजद कोई बड़ा उलटफेर करेगा? क्या जन सुराज नई उम्मीद बनकर उभरेगी? इन सवालों के जवाब 14 नवंबर को मिलेंगे, जब बिहार की जनता अपने फैसले से सत्ता का रास्ता तय करेगी।
