विश्व / कश्मीर समस्या सुलझाने के लिया भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत जरूरी: सयुक्त राष्ट्र

NDTV : Sep 19, 2019, 10:31 AM
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र (United Nations) महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) ने बुधवार को कहा कि कश्मीर मुद्दा सुलझाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता सबसे जरूरी चीज है. संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में गुतारेस ने कहा कि हमारी क्षमता मदद से संबंधित है और यह तभी लागू हो सकता है, जब संबंधित पक्ष इसे स्वीकार करें. उनसे जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में पूछा गया था और उनसे यह भी सवाल किया गया कि वह कश्मीर मुद्दे के हल के लिए क्या करेंगे.

उन्होंने कहा, ‘मेरी स्पष्ट राय है कि क्षेत्र में मानवाधिकारों का पूरी तरह से सम्मान होना चाहिए और समस्या के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत सबसे जरूरी चीज है.' भारत का हमेशा से मानना है कि कश्मीर एक आंतरिक मामला है और मध्यस्थता के लिए तीसरे पक्ष की कोई जरूरत नहीं है चाहे संयुक्त राष्ट्र हो या अमेरिका.

गौरतलब है कि इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान, दोनों से स्थितियों के बिगड़ने की आशंका को टालने के मकसद से वार्ता के जरिए कश्मीर मुद्दा सुलझाने की अपील की थी. जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में दोनों देशों का विवाद चल रहा है. जिनेवा में मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 42 वें सत्र में भारत ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के अपने 'संप्रभु निर्णय' का बचाव किया. हालांकि, पाकिस्तान ने इसे एक गैरकानूनी कृत्य करार देते हुए विश्व मानवाधिकार निकाय से इस मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की है.

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों के नेताओं से बात की थी. गुतारेस ने पिछले महीने फ्रांस के बिआरित्ज में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से भी उन्होंने बात की थी. सोमवार को गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी द्वारा कश्मीर मुद्दे पर किए गए आग्रह के कारण उनसे भी मुलाकात की थी. दुजारिक ने कहा, 'सार्वजनिक और निजी तौर पर सबके लिए उनका एक ही संदेश है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी स्थितियों के बिगड़ने की आशंका को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने दोनों देशों से वार्ता के जरिए मुद्दा सुलझाने की अपील की है.'

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