Coronavirus / सैनिटाइज करने गई टीम पर घर के छतों से थूकने लगे लोग, फिर...

झारखंड की राजधानी रांची में सैनिटाइजिंग कर रहे कर्मचारियों पर घर की छतों से थूके जाने का मामला सामने आया है। यहां कर्मचारी सेनिटाइज करने का काम कर रहे थे। लेकिन उसी वक्त इलाके में बने घरों की छतों से कुछ लोग उनपर थूकने लगे। शुरू में कर्मचारियों ने लोगों की हरकतों को नजरअंदाज किया। लेकिन जल्दी ही इलाके के अलग-अलग घरों की छतों पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए और उनपर थूकने लगे।

Jansatta : Apr 10, 2020, 01:22 PM
Coronavirus, Covid-19: झारखंड की राजधानी रांची में सैनिटाइजिंग कर रहे कर्मचारियों पर घर की छतों से थूके जाने का मामला सामने आया है। दरअसल रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में एक साथ 5 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं। इसके बाद से ही यहां प्रशासन इस इलाके में सैनिटाइजिंग का काम करा रहा है।गुरुवार (09 अप्रैल, 2020) को नगर निगम के कर्मचारियों की एक टीम हिंदपीढ़ी के वार्ड नंबर-23 स्थित नाला रोड में पहुंची थी।

यहां कर्मचारी सेनिटाइज करने का काम कर रहे थे। लेकिन उसी वक्त इलाके में बने घरों की छतों से कुछ लोग उनपर थूकने लगे। शुरू में कर्मचारियों ने लोगों की हरकतों को नजरअंदाज किया। लेकिन जल्दी ही इलाके के अलग-अलग घरों की छतों पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए और उनपर थूकने लगे।

इस बात से परेशान होकर निगम कर्मचारी बिना काम खत्म किये ही वहां से लौट गए। कर्मचारियों ने इस पूरे मामले की जानकारी उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार को दी।जिसके बाद उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि आगे से ऐसा ना हो इसके लिए खास तैयारी की जाएगी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि घर की छतों से लोग 10-10 रुपए के नोटों पर थूक लगाकर भी फेंक रहे थे।

रांची का हिंदपीढ़ी क्षेत्र यहां कोरोना वायरस का हॉट स्पॉट बन गया है। जिसके बाद प्रशासन ने प्रतिदिन यहां छिड़काव करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि इस इलाके के वार्ड नंबर-22 में एक पार्षद पति द्वारा निगम कर्मचारी से मारपीट करने का मामला भी सामने आया था।

जिसके बाद से निगम कर्मचारी यहां आने के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद वो यहां सेनिटाइज करने के लिए आए थे लेकिन उनके साथ यह घटना हुई है।

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन उन इलाकों को सेनिटाइज करा रही है जो वायरस के हॉट स्पॉट बन गए हैं। छिड़काव कर वायरस के खतरे को कम करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि अपनी जान की परवाह किये बिना इस काम में जुटे कर्मचारियों से अभद्रता किये जाने से उनके मनोबल पर प्रभाव पड़ता है।