राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साल के आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों और आम नागरिकों के सवालों का जवाब दिया। यह वार्षिक कार्यक्रम रूस की घरेलू और विदेश नीति पर पुतिन के विचारों को जानने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस बार भी, यूक्रेन संघर्ष, यूरोपीय संघ के साथ रूस के संबंध और देश की आर्थिक स्थिति प्रमुख चर्चा के विषय रहे। पुतिन ने इस मंच का उपयोग रूस की रणनीतिक स्थिति और भविष्य के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने के लिए किया, जिसमें उन्हें भारी संख्या में प्रश्न प्राप्त हुए।
यूक्रेनी नेतृत्व और शांति की संभावनाओं पर तीखी टिप्पणी
राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बारे में तीखी टिप्पणी करते हुए उन्हें एक "प्रतिभाशाली कलाकार" बताया। पुतिन के अनुसार, जेलेंस्की को शांति स्थापित करने में कोई वास्तविक रुचि नहीं है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन किसी भी कीमत पर शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करना चाहता और आत्मसमर्पण करने को तैयार नहीं है और यह टिप्पणी मास्को की ओर से कीव के साथ बातचीत के प्रति दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो संघर्ष के समाधान के लिए दोनों पक्षों के बीच मूलभूत मतभेदों को उजागर करती है। पुतिन ने रूस की शांति वार्ता के प्रति हमेशा की तरह खुली भावना को दोहराया, जबकि कीव की कथित अनिच्छा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2022 में कीव शांति वार्ता के लिए गया था, लेकिन प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किया और हमेशा शांति वार्ता से पीछे हट जाता है और यह रूस की ओर से यूक्रेन पर शांति प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप है।
यूरोप के खिलाफ आरोप और संपत्ति जब्ती पर रुख
पुतिन ने अपने संबोधन का एक बड़ा हिस्सा यूरोप के रूस के प्रति कथित इरादों पर केंद्रित किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यूरोप "रूस को बर्बाद करना चाहता। है," लेकिन आत्मविश्वास से घोषणा की कि ऐसे प्रयास अंततः विफल होंगे। यह गंभीर आरोप मास्को और कई यूरोपीय देशों के बीच गहरे भू-राजनीतिक विभाजन को दर्शाता है, विशेष रूप से चल रहे संघर्ष के मद्देनजर। पुतिन ने जोर देकर कहा कि यूरोप की यह मंशा रूस को कमजोर करने और उसकी संप्रभुता को चुनौती देने की है, लेकिन रूस इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त, पुतिन ने यूरोपीय संघ द्वारा रूसी संपत्ति की जब्ती के मुद्दे को संबोधित किया, ऐसे कार्यों को स्पष्ट रूप से "डकैती" करार दिया। उन्होंने कसम खाई कि रूस इन संपत्तियों को वापस लाने के लिए सक्रिय रूप से काम करेगा,। जो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और संपत्ति फ्रीज को चुनौती देने के लिए एक दृढ़ संकल्प का संकेत देता है। यह बयान रूस की आर्थिक संप्रभुता की रक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सैन्य प्रगति और रणनीतिक उद्देश्य
सैन्य मोर्चे पर, पुतिन ने रूसी सफलता और रणनीतिक प्रगति का एक विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कुर्स्क में एक प्रारंभिक "झटके" को स्वीकार किया, लेकिन दावा किया कि रूस ने बाद में फिर से संगठित होकर संघर्ष में लगातार जीत हासिल की है। यह बयान युद्ध के मैदान में रूस की बदलती रणनीति और उसकी सैन्य क्षमताओं में विश्वास को दर्शाता है। आगे देखते हुए, रूसी राष्ट्रपति ने महत्वाकांक्षी क्षेत्रीय लक्ष्यों को रेखांकित किया, जिसमें कहा गया कि रूस साल के अंत तक डोनेस्क प्रांत पर पूरी तरह से कब्जा कर लेगा। उन्होंने आगे कहा कि डोनबास क्षेत्र भी जल्द ही पूरी तरह से रूसी नियंत्रण में आ जाएगा। ये बयान पूर्वी यूक्रेन में अपने सैन्य उद्देश्यों के प्रति रूस की अटूट प्रतिबद्धता को उजागर करते हैं और संघर्ष के भविष्य के लिए मास्को की रणनीति का संकेत देते हैं।
संघर्ष की ऐतिहासिक जड़ें
पुतिन ने संघर्ष के ऐतिहासिक संदर्भ में गहराई से बात की, यह दावा करते हुए कि यूक्रेन में वर्तमान युद्ध की नींव 2014 में ही पड़ गई थी। उन्होंने इसे उस वर्ष यूक्रेन में हुए "तख्तापलट" के लिए जिम्मेदार ठहराया, यह दावा करते हुए कि यूक्रेनी आबादी को बाद में रूस के खिलाफ भड़काया गया था और पुतिन के अनुसार, इन उकसावों के बावजूद, कई लोगों को विश्वास नहीं था कि रूस आक्रामक रूप से कार्य करेगा। उन्होंने आगे सुझाव दिया कि जेलेंस्की के सत्ता में आने के बाद यूरोप ने एक "बड़ी चाल" चली, जिसका अर्थ रूस के हितों को कमजोर करने का एक समन्वित प्रयास था और यह ऐतिहासिक ढांचा यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों के औचित्य के लिए केंद्रीय है और रूस के दृष्टिकोण से संघर्ष की उत्पत्ति को स्पष्ट करता है।
आर्थिक अवलोकन और भविष्य की संभावनाएं
हालांकि सारांश में विशिष्ट आंकड़े प्रदान नहीं किए गए थे, राष्ट्रपति पुतिन ने पुष्टि की कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रूस के आर्थिक प्रदर्शन को भी संबोधित किया। उन्होंने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और बेरोजगारी दरों जैसे प्रमुख संकेतकों पर चर्चा की, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच राष्ट्र की आर्थिक लचीलापन में अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य बाहरी दबावों के बावजूद स्थिरता और नियंत्रित आर्थिक प्रबंधन की छवि पेश करना था। यह दर्शाता है कि रूस अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और अंतरराष्ट्रीय दबावों का सामना करने में सक्षम है।
वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस: संवाद का एक मंच
साल के अंत में होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस राष्ट्रपति पुतिन के लिए एक पुरानी परंपरा है, जो मीडिया और आम जनता दोनों के साथ सीधे संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करती है। इस साल, सार्वजनिक जुड़ाव की मात्रा उल्लेखनीय थी, जिसमें विभिन्न स्रोतों से दो मिलियन से अधिक प्रश्न प्रस्तुत किए गए थे। पुतिन आमतौर पर इन सत्रों के लिए कई घंटे समर्पित करते हैं, जैसा कि 2024 में एक पिछली कॉन्फ्रेंस (पिछले। साल की घटना का जिक्र करते हुए) में देखा गया था, जहां उन्होंने साढ़े चार घंटे तक बात की थी। यह व्यापक बातचीत राष्ट्रपति को अपनी प्रशासन की नीतियों को व्यक्त करने, आलोचनाओं का जवाब देने और भविष्य की दिशाओं को सीधे व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने की अनुमति देती है। यह आयोजन पुतिन के नेतृत्व और रूस के भविष्य के लिए उनकी दृष्टि का एक शक्तिशाली प्रदर्शन था।