Rajasthan Vidhan Sabha / राजेंद्र गुढ़ा और मदन दिलावर विधानसभा से निलंबित

Zoom News : Jul 24, 2023, 06:22 PM
Rajasthan Vidhan Sabha : राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मौजूदा सत्र से सस्पेंड कर दिया गया। वे संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल का माइक खींच रहे थे।


दरअसल, धारीवाल गुढ़ा को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव रख रहे थे। इसी पर दोनों में तकरार हो गई। कांग्रेस विधायक रफीक खान बीच में आए तो रफीक और गुढ़ा के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई हो गई।


इसके बाद स्पीकर ने गुढ़ा को सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए और मार्शल बुलाकर उन्हें सदन से निकलवा दिया। गुढ़ा ने कहा कि पहले सीएम साहब ने रसगुल्ले दिए थे, आज घूसें मार दिए।


गुढ़ा के अलावा भाजपा विधायक मदन दिलावर को भी निलंबित कर दिया गया। अब वे विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे। उन्हें विधायक के तौर पर मिलने वाली सुविधाएं भी फ्रीज रहेंगी।


राजेंद्र सिंह गुढ़ा के पहुंचते ही विधानसभा में पहुंचते ही हंगामा हुआ था। गुढ़ा लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। वे स्पीकर के सामने डायरी लहराने लगे थे।


दिलावर को सदन से निकालने के आदेश, बीजेपी विधायक धरने पर बैठे दोपहर 3.24 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही सदन में बीजेपी विधायकों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। वेल में आकर बीजेपी विधायकों ने नारेबाजी की। हंगामे के बीच ही मंत्री शांति धारीवाल ने मणिपुर हिंसा को लेकर शासकीय संकल्प पेश किया।


स्पीकर ने हंगामा करने और कागज फेंकने पर बीजेपी विधायक मदन दिलावर को सदन से निकालने को कहा। इस आदेश के बाद बीजेपी विधायक दिलावर को घेरकर नारेबाजी करने लगे।


हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने आधे घंटे के लिए फिर सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। बीजेपी विधायक वेल में आकर धरने पर बैठ गए। सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो बीजेपी विधायक हंगामा करते रहे। स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 2 अगस्त 11 बजे तक स्थगित कर दी।


धारीवाल बोले- गुढ़ा मुझे चोट पहुंचाने मेरी तरफ बढ़े थे

विधानसभा में गुढ़ा के निलंबन का प्रस्ताव रखते हुए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने स्पीकर का अपमान किया। स्पीकर के आदेशों की अवहेलना कर उनसे बहस करने लगे। सदन के काम में जानबूझकर बाधा डाली। उन्होंने मेरी डेस्क के माइक पर हाथ मारकर मोड़ दिया।


गुढ़ा मुझे गंभीर चोट पहुंचाने के मकसद से मेरी तरफ बढ़े थे। अगर विधायक और मार्शल नहीं रोकते तो बहुत बड़ी घटना घट सकती थी। आज तक विधानसभा में ऐसी घटना नहीं हुई। गुढ़ा के गैर मर्यादित आचरण को देखते हुए उन्हें इस सदन की शेष अवधि से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा गया था।


गुढ़ा बोले- कांग्रेस के मंत्री-विधायक बलात्कारी, इनका नार्को टेस्ट करवाएं

गुढ़ा ने कहा- इस प्रदेश की हर बहन-बेटी मेरी बहन-बेटियां हैं। मैं उन्हें अपनी बहन से भी बढ़कर मानता हूं। मैं महाराव शेखाजी का वंशज हूं, जिनकी तीन पीढ़ियों ने महिला सम्मान के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया। कांग्रेस के मंत्री और विधायक बलात्कारी हैं। मंत्री-विधायकों का नार्को टेस्ट करवाना चाहिए। इनमें से बहुत-से बलात्कारी हैं।


नेता प्रतिपक्ष राठौड़ बोले- गुढ़ा को लाल डायरी सदन में नहीं रखने दी

इस घटनाक्रम पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- कांग्रेस विधायकों ने जिस तरह मारपीट की है, वह निंदनीय है। सैनिक कल्याण मंत्री रहे गुढ़ा लाल डायरी लेकर आए थे। वह राज खोलना चाहते थे। आज सदन में मैंने भी लाल डायरी का मुद्दा उठाया था। गुढ़ा को बोलने नहीं दिया गया।


मार्शलों के जरिए उनके साथ मारपीट की गई। अपने ही विधायक पर कांग्रेस के विधायक जिस तरह टूट पड़े, वह शर्मनाक है। जब तक लाल डायरी का राज नहीं खुलेगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। सदन साक्षी था गुढ़ा ने हाथापाई नहीं की। गुढ़ा ने कहा कि मुझे बोलने दीजिए। रफीक खान ने गुढ़ा पर हमला किया।


यह है पूरा मामला

ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए गुढ़ा ने राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ वारदातों, अत्याचारों को लेकर शुक्रवार को विधानसभा में बहस के दौरान अपनी सरकार को घेरा था। कहा कि मणिपुर के बजाय कांग्रेस सरकार को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।


सदन में हुई किरकिरी के बाद सरकार और पार्टी दोनों स्तर पर एक्शन शुरू हुआ और गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। बर्खास्तगी के बाद गुढ़ा ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और कहा कि वह सोमवार को सदन में बड़े खुलासे करेंगे। उसी के तहत आज वह लाल डायरी लेकर विधानसभा कार्यवाही में पहुंचे थे।

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