Dainik Bhaskar : Aug 09, 2019, 05:05 PM
भीलवाड़ा. भैंस चोर समझकर बुधवार रात अमरवासी के रहने वाले ट्रक चालक को उत्तरप्रदेश के कोशांबी जिले में कमाशीन गांव में लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। उसकी जेब में मिली आईडी से वहां की सेहली थाना पुलिस ने भीलवाड़ा पुलिस कंट्राेल रूम पर सूचना दी। कंट्राेल रूम से हनुमाननगर पुलिस काे बताया। सूचना के बाद परिजन गुरुवार काे काेशांबी रवाना हाे गए।यूपी के सेहली कस्बे के एसएचओ एपी तिवारी ने बताया कि 35 वर्षीय लाेकेशकुमार पुत्र रामधन जाट ट्रक चालक था। वह दाे दिन पहले ट्रक में गुजरात से टाइल्स भरकर बनारस जा रहा था। खलासी दीपू याेगी साथ था। गुरुवार दाेपहर करीब तीन बजे दाेनाें ट्रक लेकर सेहली थाना क्षेत्र में गुप्ता ढाबे पर पहुंचे। वहां दाेनाें ने खाना खाया। बाद में वे ट्रक के पास अाए। बैट्री खराब हाेने से ट्रक स्टार्ट नहीं हुअा। इनके साथ कंपनी का अन्य ट्रक भी थे। उसका चालक राजस्थान के टाेंक का सांवरा बुधवार रात करीब 12 बजे लाैटा तब अपनी कंपनी का ट्रक खड़ा दिखा।उसने साेचा कि चालक-खलासी साे रहे हाेंगे। तब वह भी अपना ट्रक खड़ा कर साे गया। सुबह देखा ताे ट्रक में केवल खलासी दीपू था। उसने कहा कि चालक लाेकेशकुमार जाट बुधवार रात करीब 8 बजे बिना बताए निकला, जाे नहीं लाैटा। इधर, पता चला कि बुधवार रात करीब दाे बजे ट्रक चालक लाेकेश कमाशीन गांव में चला गया। एक बाड़े में भैंस खाेलते देख ग्रामीणाें ने हल्ला मचा दिया। बड़ी संख्या में लाेग इकट्ठे हाेकर पिटाई करने लगे। खंभे से बांधकर मारपीट से उसके गंभीर अंदरुनी चाेटें आई। सूचना पर सेहली एसएचओ पहुंचे तथा घायल ट्रक चालक काे अस्पताल पहुंचाया, जहां से काेशांबी हाॅस्पिटल रैफर किया। गुरुवार सुबह करीब पाैने आठ बजे उसकी माैत हाे गई। रात 8:30 बजे तक उसके फोन का वाट्सएप चल रहा था।रात 8:30 बजे तक चल रहा था वाट्सएपएसएचओ तिवारी का कहना है कि ट्रक चालक पर कमाशीन के सुखलाल की भैंस चाेरी का अाराेप लगाते हुए लाेगाें ने मारपीट की थी। वहीं, भैंस मालिक सुखलाल ने भी थाने में रिपाेर्ट दी। चालक की जेब से पेन व आधार कार्ड मिले थे। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि आखिर ट्रक चालक रात दाे बजे ट्रक से करीब दाे किलाेमीटर दूर कमाशीन गांव तक क्याें गया? अमरवासी के ग्रामीणाें ने बताया कि लाेकेश मंगलवार काे अमरवासी से राेपा के खलासी दीपू के साथ ट्रक लेकर बनारस रवाना हुआ था। उसके परिवार में पत्नी व एक बेटा आदित्य है, जाे दसवीं में पढ़ता है। घटना की जानकारी मिलते ही अमरवासी से उसका भाई ओमप्रकाश जाट, ताऊ हीरालाल, भाई महावीर, रतनलाल आदि रिश्तेदार व परिचित काेशांबी रवाना हुए।