चूरू / सरदारशहर की अलग पहचान हो, सर्राफ परिवार जाेधपुरी पत्थराें से बनवा रहा दाे स्वागत द्वार

Zoom News : Sep 14, 2020, 10:16 AM

सरदारशहर कस्बे की अलग पहचान हाे और इसमें प्रवेश करते ही लाेगाें काे सुंदरता का एहसास हाे, इसकाे लेकर फर्नीचर काराेबारी बृजमोहन सर्राफ व प्रहलाद सर्राफ कस्बे में प्रवेश करने वाले दाे स्थानाें पर लाखाें की लागत से स्वागत द्वार का निर्माण करवा रहे हैं। इनके निर्माण में प्रसिद्ध जाेधपुरी पत्थर काम में लिए जा रहे हैं। इससे इनकी सुंदरता अलग से ही दिखेगी।


हनुमानगढ़-तारानगर घूम चक्कर की ओर से शहर में प्रवेश करने वाली मुख्य सड़क व बीकानेर की ओर शहर में प्रवेश करने वाली सड़क पर ये दाे स्वागत द्वार बनवाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य प्रगति पर हैं और जनवरी तक इनका निर्माण पूरा हाे जाएगा।

दाेनाें द्वार पर आकर्षक लाइट से हाेगी सजावट, पाैधे भी लगाए जाएंगे


भामाशाह परिवार के साेनू सर्राफ ने बताया कि घूम चक्कर पर 33 फीट ऊंचाई व 72 फीट चौड़ाई व बीकानेर राेड पर 25 फीट ऊंचाई व 42 फीट चौड़ाई के दाे स्वागत द्वार बनाए जा रहे हैं। निर्माण में जाेधपुरी पत्थर का उपयाेग किया जा रहा है। दाेनाें गेटाें पर आकर्षक लाइट से सजावट की जाएगी, जिससे रात में ये दाेनाें गेट दूर से ही दिखाई देंगे।


वहीं इनके आसपास डिवाइडर लगाकर फूलदार पाैधे भी लगवाए जाएंगे। अगर नगरपालिका सहयाेग करेगी ताे पुलिस थाने से आगे तक डिवाइडर बनवाकर पाैधे लगाए जाएंगे थे। दाेनाे गेट के पास की खाली जगहाें पर घास लगाकर छाेटा बगीचा भी तैयार किया जाएगा। जहां शाम के समय लाेग बैठ सकेंगे।


माता-पिता व भाई काे समर्पित करेंगे दाेनाें गेट : बृजमोहन व प्रहलाद सर्राफ ने बताया कि दाेनाें द्वार माता गीता देवी, पिता शिवप्रसाद व भाई देवकीनंदन (नंदलाल) काे समर्पित करेंगे। हालांकि दाेनाें गेट पर परिजनाें की मूर्तियाें नहीं लगाएंगे। दाेनाें पर वेलकम इन सरदाशहर लिखवाया जाएगा।

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