श्रीनगर / कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या 200 रह गई है: राज्यपाल के सलाहकार

Zoom News : Sep 02, 2019, 11:06 AM
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने रविवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थिति तेजी से सामान्य होती जा रही है और घाटी में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या हजारों से घटकर महज 150-200 रह गयी है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को या तो जेल जाना होगा या दुष्परिणाम झेलने के लिए तैयार रहना होगा।

खान ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ पाकिस्तान 1947 से ही कश्मीर को लेकर चेष्टा कर रहा है। उससे अच्छे की उम्मीद करना सबसे बड़ी गलती होगी और राज्य के हर नागरिक को सतर्क रहने की जरुरत है।’’

पिछले तीन दशक में आतंकवादियों से निपटने में सुरक्षाबलों को मदद पहुंचाने में लोगों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ वे हमारे आंख-कान हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि कहां क्या हो रहा है।’’

सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘‘ वे पूर्व की भांति अपना सहयोग और समर्थन जारी रखेंगे जिससे राज्य में आतंकवाद से सफलतापूर्वक निपटा गया। लोगों के सहयोग और समर्थन के बिना आतंकवाद से निपटना आसान नहीं है क्योंकि इसी सहयोग के कारण आतंकवादियों की संख्या पहले के हजारों से घटकर 150-200 रह गयी है।’’

पुलिस महानिरीक्षक के पद से सेवानिवृत होने के बाद भाजपा में शामिल हुए खान ने कहा कि घाटी में स्थिति तेजी से सामान्य होती जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ कोई संदेह नहीं है कि घाटी में कुछ समय तक लोगों को संचार संबंधी कुछ दिक्कतें आयींलेकिन आज ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। अबतक 75 फीसदी लैंडलाइन बहाल कर दी गयी हैं और कुछ जिलों में मोबाइल फोन काम करने लगे हैं। आने वाले दिनों में और पाबंदियां हटायी जाएंगी।’’

खान ने कहा कि घाटी में स्कूल खुल गये हैं। वैसे छात्रों की उपस्थिति कम थी लेकिन यह धीरे-धीरे बढ़ने लगी है क्योंकि ‘‘हम शीघ्र ही कक्षा नौवीं से लेकर 12 वीं तक राज्य स्कूली शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं जम्मू कश्मीर के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर में 31 अक्टूबर से प्रभाव में आने जा रही नयी व्यवस्था को लेकर चिंतिंत होने की जरूरत नहीं है । आप हर क्षेत्र, चाहे पर्यटन से जुड़ी हो या अन्य क्षेत्र, हर बीतते दिन के साथ बड़े पैमान पर विकास देखेंगे।’’

खान ने कहा, ‘‘ जम्मू के लोग, जिन पर पहले उचित ध्यान नहीं दिया गया, आश्वस्त हो जाएं कि उनके साथ ऐसा फिर कभी नहीं होगा। केंद्रशासित क्षेत्र के अंतर्गत सभी क्षेत्रों में समान विकास होगा।’’

सलाहकार ने कहा कि आने वाले महीनों में जम्मू कश्मीर को जो सबसे बड़ी सौगात मिलने जा रही है वह अगले तीन महीने में 50000 नौकरियां हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ भर्ती प्रक्रिया शत-प्रतिशत पारदर्शी होगी और बिना भेदभाव के मेधा पर आधारित होगी।’’

इन खबरों पर कि पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत हिरासत में लिये गये लोगों से उनके रिश्तेदारों को मिलने नहीं दिया जाता है, खान ने इसे निहित स्वार्थी तत्वों का झूठा प्रचार करार दिया। उन्होंने कहा कि जेल नियमावली एवं कानून के अनुसार हिरासत में लिये गये व्यक्तियों से उनके रिश्तेदारों को मिलने दिया जाता है।

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