जयपुर / ‘इन्वेस्टर्स के बजाय, अपने पैशन के लिए शुरू करें स्टार्टअप’

Zoom News : Aug 19, 2019, 04:42 PM
जयपुर। किसी भी स्टार्टटप की सफलता तभी संभव है, जब युवा इसे केवल इन्वेस्टर्स को ध्यान में रखते हुए शुरू करने के बजाय अपने लिए एक पैशन की तरह शुरू करें। इसमें लक्षित उपभोक्ता एवं बाजार की वास्तविकताओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। इन बातों के अभाव में आज प्रारम्भ में उत्साह में शुरू किए गए 95 प्रतिशत स्टार्टअप अपने अंजाम तक नहीं पहुंचते। 

पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के 75वें जयंती समारोह के अवसर पर ग्लोकल-एन इनोवेटिव अप्रोच फॉर एंगेजिंग द यूथ विषय पर आयोजित सत्र में विषय विशेषज्ञों ने यह विचार युवाओं के सामने रखे। सत्र के दौरान सफल स्टार्टअप उद्यमियों ने युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा किये और देश में स्टार्ट अप्स की नई संभावनाओं, चुनौतियों और भविष्य के बारे में चर्चा की। सत्र का संचालन ‘एडिटर जी’ के विक्रम चन्द्रा ने किया। 

इस अवसर पर ‘टिओलर’ के सी.ई.ओ अमित कपूर ने कहा कि आज बच्चों के लिए अच्छे कन्टेन्ट का अभाव है। जो कन्टेन्ट बाजार में हैं वे बच्चे की संवेदनाओं को अत्यधिक या आवश्यकता से अधिक प्रभावित करते हैं, जबकि उसके समग्र विकास के लिए संतुलित कन्टेन्ट की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सफल स्टार्टअप की पहली शर्त विश्वसनीयता है। 

‘होलसेल बॉक्स’ के रोहित डंगायच ने कहा कि स्टार्ट अप शुरु करने के लिए या तो समस्या का समाधान खोजते हुए पहल करें या फिर जो पहले से ही चल रहा है उसमें कुछ नया सोचते हुए काम शुरु करें।

‘डील शेयर’ के विनीत राव ने कहा कि तकनीक के विकास के साथ स्टार्टअप्स के नए मॉडल विकसित हो रहे हैं और सफलता की दर भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि टेलेन्ट और पूंजी पर स्टार्टअप की सफलता निर्भर होती है। 

‘कार देखो डॉट कॉम’ के सह संस्थापक अनुराग जैन ने कहा कि ज्यादातर स्टार्टअप बहुत जल्द बंद हो जाते हैं जिससे स्टार्टअप्स को लेकर एक नेगेटिव माहौल बन गया है।  

थ्रिलोफीलिया की सी.ई.ओ श्रीमती चित्रा गुरनानी डागा ने कहा कि आज बाजार में हर क्षेत्र में गुणवत्ता की सौ प्रतिशत गारंटी देने वाली ब्रांडिंग की जरूरत है। कोई भी स्टार्टअप पैशन से जुड़ा होना चाहिए, तभी उसकी सफलता की संभावना बनती है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER