जयपुर / हाई सिक्योरिटी जेल में माेबाइल सिम रखने के मामले में लारेंस बिश्नाेई सहित तीन बरी

Dainik Bhaskar : Aug 09, 2019, 11:33 AM
अजमेर. हाई सिक्योरिटी जेल में अवैध रूप से माेबाइल फाेन सिम रखने के मामले में आराेपी हार्डकाेर अपराधी लारेंस बिश्नाेई सहित तीन आराेपियाें काे अदालत ने बरी करने के आदेश दिए हैं। लारेंस बिश्नाेई काे पुलिस ने गुरुवार काे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच फैसला सुनाए जाने के लिए आरपीएससी की पुरानी बिल्डिंग स्थित न्यायालय में पेश किया था।

मामले के अनुसार 8 जुलाई 2017 काे सिविल लाइंस थाना पुलिस के साथ एसडीओ अंकित कुमार सिंह व अन्य आला पुलिस अधिकारियाें ने दल ने हाई सिक्याेरिटी जेल का निरीक्षण किया था। इस दाैरान जेल के वार्ड नंबर दाे के ब्लाॅक नंबर दाे में तलाशी ली गई ताे लारेंस बिश्नाेई व महेंद्र के बाथरूम से दाे नैनाे सिम मिली जाे बीएसएनएल और एयरटेल की थी। इसी तरह एक अन्य बंदी जाेधपुर के नाेखेड़ा निवासी मांगीलाल बिश्नाेई के बाथरूम से भी तीन नैनाे सिम बरामद हुई।

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लारेंस सहित महेंद्र व मांगीलाल नोखड़ा के खिलाफ कारागृह अधिनियम की धारा 42 व  45 कारागृह सहित आईपीसी की धारा 120 बी के तहत चालान पेश किया। आराेपीगण के वकील मुनी राम बिश्नाेई की दलील थी कि पुलिस ने झूठा मुकदमा दर्ज किया है। अभियाेजन आराेपियाें के खिलाफ आराेप साबित करने में विफल रहा जिसके आधार पर अदालत ने तीनाें काे बरी कर दिया है।

पंजाब पुलिस करेगी गिरफ्तार 

लारेंस बिश्नाेई ने अजमेर में सेंट्रल जेल और हाई सिक्योरिटी जेल में रहते हुए पंजाब में छह हत्याओं की साजिश रची थी, इन वारदाताें काे उसकी गैंग के शातिराें ने अंजाम दिया था। पंजाब पुलिस ने वारदाताें में गिरफ्तार आराेपियाें के बयान के आधार पर अजमेर हाईसिक्याेरिटी जेल में बंद लारेंस बिश्नाेई काे मुख्य आराेपी बनाया है। पंजाब पुलिस लारेंस काे प्राेडक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार करेगी।

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