News18 : Aug 01, 2020, 08:33 AM
वाशिंगटन। कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के लगभग सात महीने के दौरान बहुत से देशों की अर्थव्यवस्था (American Economy) बहुत बुरी हालत में पहुंच गई है। इस वायरस के कहर और इससे बचाव के तौर पर लॉकडाउन का सहारा ले रहे देशों की अर्थव्यवस्था की कमर टूट रही है। इस कहर से अमेरिका भी खुद को बचा नहीं पाया है। अमेरिका की जीडीपी में भारी गिरावट (GDP) आई है। बेरोजगारी की दर (Unemployment Rate Increse) में बढ़ोतरी भी निराशाजनक है। अप्रैल से जून की तिमाही में अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 33 फीसदी की भारी गिरावट आई है। अमेरिका के जीडीपी में यह गिरावट ऐतिहासिक गिरावट है। यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था का अब तक का एक रिकॉर्ड है।
बेरोजगारी दर बढ़कर 14.7 फीसदी तक पहुंच गईइस दौरान अमेरिका में बेरोजगारी भी बढ़कर 14.7 फीसदी तक पहुंच गई। गौरतलब है कि अमेरिका में वित्त वर्ष कैलेंडर वर्ष यानी जनवरी से दिसंबर तक के लिए होता है। वहां गुरुवार को अप्रैल से जून की दूसरी तिमाही के लिए इकोनॉमी के आंकड़े जारी किए गए।
लॉकडाउन की वजह से अमेरिका में गई नौकरियांकोरोना की वजह से अमेरिका में भी लॉकडाउन लगाया गया और बढ़ते संक्रमण की वजह से वहां कंपनियों, कारखानों का काम बंद करना पड़ा। इसकी वजह से बड़ी संख्या में नौकरियों में छंटनी की गई।
14 लाख युवकों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए दिया आवेदनपिछले हफ्ते करीब 14 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। ये वे लोग हैं जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। अमेरिका में यह लगातार 19वां हफ्ता है जब 10 लाख से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। मार्च से पहले कभी भी यह आंकड़ा 7 लाख के पार नहीं हुआ था।
अमेरिका की जीडीपी में 1958 में 10 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थीअमेरिका में 1947 से जीडीपी के आंकड़े जारी किए जा रहे हैं। इसके पहले साल 1958 में राष्ट्रपति आइजनहावर शासन के दौरान अमेरिका की अर्थव्यवस्था में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई थी, जो इसके पहले का सबसे बुरे दौर का रिकॉर्ड है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट आई थी।न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक ज्यादातर इकोनॉमिस्ट को लगता है कि जुलाई से सितंबर की तिमाही में इकोनॉमी में सुधार आएगा। कोरोना संक्रमण के मामलों में अमेरिका दुनिया में पहले स्थान पर है और अब भी मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहां कोरोना के मामलों की संख्या 45 लाख को पार कर गई है।
बेरोजगारी दर बढ़कर 14.7 फीसदी तक पहुंच गईइस दौरान अमेरिका में बेरोजगारी भी बढ़कर 14.7 फीसदी तक पहुंच गई। गौरतलब है कि अमेरिका में वित्त वर्ष कैलेंडर वर्ष यानी जनवरी से दिसंबर तक के लिए होता है। वहां गुरुवार को अप्रैल से जून की दूसरी तिमाही के लिए इकोनॉमी के आंकड़े जारी किए गए।
लॉकडाउन की वजह से अमेरिका में गई नौकरियांकोरोना की वजह से अमेरिका में भी लॉकडाउन लगाया गया और बढ़ते संक्रमण की वजह से वहां कंपनियों, कारखानों का काम बंद करना पड़ा। इसकी वजह से बड़ी संख्या में नौकरियों में छंटनी की गई।
14 लाख युवकों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए दिया आवेदनपिछले हफ्ते करीब 14 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। ये वे लोग हैं जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। अमेरिका में यह लगातार 19वां हफ्ता है जब 10 लाख से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। मार्च से पहले कभी भी यह आंकड़ा 7 लाख के पार नहीं हुआ था।
अमेरिका की जीडीपी में 1958 में 10 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थीअमेरिका में 1947 से जीडीपी के आंकड़े जारी किए जा रहे हैं। इसके पहले साल 1958 में राष्ट्रपति आइजनहावर शासन के दौरान अमेरिका की अर्थव्यवस्था में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई थी, जो इसके पहले का सबसे बुरे दौर का रिकॉर्ड है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट आई थी।न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक ज्यादातर इकोनॉमिस्ट को लगता है कि जुलाई से सितंबर की तिमाही में इकोनॉमी में सुधार आएगा। कोरोना संक्रमण के मामलों में अमेरिका दुनिया में पहले स्थान पर है और अब भी मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहां कोरोना के मामलों की संख्या 45 लाख को पार कर गई है।