दुनिया / पाकिस्तान पुलिस की बर्बरता, युवक पर दागीं 22 गोलियां, फिर मौत के बाद कहा - वह गुनहगार नहीं था

Zoom News : Jan 03, 2021, 06:21 PM
इस्लामाबाद पाकिस्तान पुलिस ने बर्बरता की सभी सीमाओं को तोड़ना शुरू कर दिया है। पुलिस ने 21 वर्षीय युवक को रोकने की कोशिश की लेकिन उसने कार नहीं रोकी। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने युवक (शॉट ट्वेंटी टू राउंड बुलेट) पर 22 गोलियां दागीं। युवक की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना शनिवार रात 2 बजे की है। अस्पताल ले जाते समय युवक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जवान पर कुल 22 राउंड फायरिंग की। उस्मा सत्ती नामक एक युवक बुरी तरह से लहूलुहान हो गया था और जिसकी वजह से कुछ ही समय बाद उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की बर्बरता की यह घटना पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हुई।

इस घटना में युवक के शरीर में कुल 17 गोलियां लगीं। मृतक के पिता ने प्रधानमंत्री इमरान खान से पुलिस के हाथों मारे गए अपने बेटे के लिए न्याय की अपील की है। उन्होंने इस घटना के बारे में बताया कि पुलिस अधिकारी ने खुद स्वीकार किया है कि उनका बेटा उस्मा निर्दोष था। इसके बाद पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा था। इस मामले में, अपराध में कथित रूप से शामिल पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। इस्लामाबाद में बढ़ते अपराधों के लिए लोगों ने सोशल मीडिया पर पुलिस की कथित संलिप्तता पर सवाल उठाए हैं।

इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि 21 वर्षीय उस्मा सत्ती की कार को रोकने के लिए पुलिस की चेतावनी की अनदेखी करने के बाद श्रीनगर राजमार्ग पर गोली मार दी गई थी। इस्लामाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद विरोधी दस्ते अपने क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक कार को आते देखा, जिसके शीशे लगे थे। यही वजह है कि पुलिस ने उसे रुकने के लिए कहा लेकिन युवक ने उसकी बातों को अनसुना कर दिया जिसके बाद पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया और टायरों पर गोलियां चलाईं।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER