Rajya Sabha Election 2022 / राजस्थान में राज्यसभा के लिए वोटिंग खत्म, भाजपा के विधायक ने कांग्रेस उम्मीदवार को वोट दिया

Zoom News : Jun 10, 2022, 05:00 PM
राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान भाजपा खेमे से बुरी खबर आई है। बीजेपी का एक वोट खारिज होने के आसार हैं। धौलपुर से बीजेपी विधायक शोभारानी कुशवाह ने वोट डालने में गलती कर दी है। चर्चा है कि शोभा रानी ने बीजेपी के घनश्याम तिवाड़ी की जगह कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को वोट दे दिया है।


बीजेपी भी मान रही है कि शोभा रानी के वोट में गड़बड़ी हुई है। शोभा रानी के पति बी एल कुशवाह इस वक्त जेल में बंद हैं। बीजेपी विधायक सिद्धि कुमारी को निर्दलीय सुभाष चंद्रा को डालना वोट डालना था, लेकिन बताया जा रहा है कि वो घनश्याम तिवारी को अपना वोट दे गईं।


बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि एक विधायक से वोट देने में गलती हुई है। बीजेपी खेमे को जिस बात का डर था, वही हुआ। मॉक पोलिंग में बीजेपी के पांच विधायकों के वोट खारिज हो गए थे। फिलहाल राज्यसभा के चुनाव के लिए विधायकों की वोटिंग खत्म हो गई है। सभी 200 विधायकों ने वोट डाले। अब 5 बजे के बाद रिजल्ट आएंगे।


सूत्रों के मुताबिक भाजपा के दो वोट खारिज हो सकते हैं। शोभारानी कुशवाह के अलावा बांसवाड़ा के गढ़ी से भाजपा विधायक कैलाश चंद मीणा से भी वोट डालने में गलती हुई है। उनका वोट खारिज हो सकता है, सीसीटीवी देखकर फैसला होगा।


कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दावा किया कि मीणा ने पोलिंग एजेंट को दिखाकर वोट डाला है। इस मामले में विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और डोटासरा के बीच तीखी बहस हुई है।


राज्यसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होते ही पहला वोट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला है। सीएम के बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायक व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने वोट किया। कांग्रेस और बीजेपी के विधायक वोटिंग के लिए लाइन में लग गए हैं। दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों को एरर फ्री वोटिंग के लिए हिदायतें दी हैं। उधर, बगावत और हॉर्स ट्रेडिंग के डर से पहली बार राज्यसभा चुनाव में नेटबंदी की गई। भाजपा विधायक जैसे ही बाड़ेबंदी से निकले, उसके बाद इंटरनेट बहाल कर दिया गया।


सुभाष चंद्रा बोले- कई विधायकों ने वोट नहीं दे पाने के लिए माफी मांगी

बीजेपी के समर्थन से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय राज्य सभा कैंडिडेट सुभाष चंद्रा ने बीजेपी खेमे से क्रॉस वोटिंग पर कहा कि जब मुझे अपेक्षा थी कि दूसरी पार्टी के लोग मुझे वोट करेंगे। तो भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने भी क्रॉस वोट कर दिया होगा, उसमें कौन सी आश्चर्य की बात है।


सुभाष चंद्रा ने कहा कि मेरे कारण कई विधायकों के काम राजस्थान में हो गए हैं। मुझे कई विधायकों के फोन भी आए, वे कह रहे थे कि भाई जी अब की बार वोट नहीं दे सकेंगे माफी चाहते हैं तो मैंने कहा कोई बात नहीं, लेकिन आपने अपने काम तो करवा लिए होंगे। सुभाष चंद्रा ने कहा कि मैं जीतू या हारूं, लेकिन मैं समान रहता हूं मुझे समता में रहना आता है।


सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने से पहले विधायकों ने की वोटिंग

बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायक राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली, लाखन सिंह मीणा, जोगिंदर अवाना और दीपचंद खैरिया भी राज्यसभा चुनावों में वोटिंग कर चुके हैं। सीएम के बाद इन्हीं छहों विधायकों ने वोट डाले। कांग्रेस ने रणनीति के तहत ऐसा किया है। बसपा मूल के छह विधायकों को वोटिंग से रोकने की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होती इससे पहले ही इन विधायकों ने वोट डाल दिए। याचिका जयपुर के एडवोकेट हेमंत नाटा ने लगाई है। यह राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय व भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुभाष चंद्रा के पक्ष के बताए जाते हैं।


गहलोत बोले-बीजेपी अपना घर संभाले,भगदड़ वहां मची है

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होते ही बीजेपी को चुनौती दी है। गहलोत ने कहा- फिर कहूंगा हम आराम से तीनों सीट जीत रहे हैं। उनको अपना घर संभालना चाहिए क्योंकि भगदड़ मची हुई वहां पर है। इन्होंने जिस प्रकार से दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया, उसको उनकी पार्टी के विधायकों ने ही लाइक नहीं किया।


अनावश्यक हॉर्स ट्रेडिंग से दूसरा उम्मीदवार जीतने की क्या तुक थी? पूरे प्रदेश में इसका रिएक्शन है। अनावश्क चुनाव करवा दिए, वरना चारों सीटें, 3 हमारी, 1 बीजेपी की आराम से जीतती। ऐसे एक्ट को कोई लाइक नहीं करता। पहले भी इन्होंने ऐसे ही किया था पिछले चुनाव में, वहां भी मात खानी पड़ी इन लोगों को, अब फिर इस बार ये लोग मात खाएंगे।


SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER