दुनिया / एक सुअर की वजह से ब्रिटेन और अमेरिका में पैदा हो गए थे युद्ध जैसे हालात

News18 : May 15, 2020, 12:24 PM
अमेरिका: आधुनिक समाज में दो देशों के बीच युद्ध का खयाल आते ही मान लिया जाता है कि कोई न कोई बड़ी वजह जरूर होगी। दो देशों को आमने सामने-सामने आने के लिए अक्सर कोई बड़ी वजह ही जिम्मेदार होती है। लेकिन दुनिया में कई बार बेहद छोटी बातों पर या तो युद्ध हुए हैं या फिर युद्ध जैसे हालात बने हैं। ऐसी ही एक घटना 1859 में अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन के बीच घटित हुई थी। एक सुअर को मारे जाने की घटना ने दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थितियां पैदा कर दी थीं। इसे इतिहास में पिग वॉर नाम से जाना जाता है।

दोनों देशों के बीच विवाद हुआ था सैन जुआन आईलैंड में घटी एक घटना को लेकर। ये जगह अमेरिका और वैंकुवर आईलैंड (वर्तमान कनाडा) के बीच में पड़ती है। तब यहां पर अमेरिका के मूल निवासी और ब्रिटेन की एक कंपनी हडसन बे के कर्मचारी रहते थे। दोनों ही पार्टी सैन जुआन आईलैंड पर अपने अधिकार की बात किया करती थीं। ब्रिटेन उस समय दुनिया में बड़ी औपनिवेशिक ताकत हुआ करता था। लेकिन आजाद अमेरिका भी शक्तियां बढ़ाने के लिए बेताब था। ये वो ही वक्त था जब भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ 1857 में पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ था।

सैन जुआन में अमेरिकी सेना को लेकर बनाई गई एक पेंटिंग।

खैर हुआ ये कि अमेरिकी किसान ने एक सुअर को गोली मार दी। इस किसान का नाम लीमैन कटलर था और उसके आलू के खेत को वो सुअर नष्ट कर रहा था। खेतों को नष्ट करते सुअर को मार देना उस वक्त किसान के लिए आम बात थी। लेकिन इस छोटी घटना को लेकर बहुत बड़ा बवाल खड़ा हो गया। दरअसल उस सुअर का मालिक एक ब्रिटिश अमीर व्यक्ति था। विवाद बढ़ा तो दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए और एक छोटा विवाद बढ़ता चला गया।

दोनों पक्षों का ये विवाद सैन जुआन आईलैंड पर असल अधिकार की लड़ाई में बदल गया। जैसे ही इस विवाद की जानकारी अमेरिका तक पहुंची तो सेना के बड़े अधिकारी कैप्टेन जॉर्ज पिकेट के नेतृत्व में एक जत्था सैन जुआन भेज दिया गया। पिकेट ने वहां पहुंच कर ब्रिटिश लोगों से कहा कि ये पूरी प्रॉपर्टी अमेरिका की है। इस बात से किसानों को ऐतराज नहीं था क्योंकि वो अमेरिका में मिलना ही चाहते थे। ब्रिटिश ये सब सुनकर बिफर पड़े।


अब सैन जुआन आईलैंड अमेरिका के वाशिंगटन राज्य का हिस्सा है।

ब्रिटिश लोगों ने भी अपने देश में इस घटना की जानकारी दी। ब्रिटेन ने इसे मानहानि मानते हुए सैन जुआन की तरफ एक जंगी बेड़ा भेज दिया। ये वो वक्त था जब ब्रिटिश नेवी का पूरी दुनिया में डंका बजता था। ये जंगी बेड़ा उसी नेवी का हिस्सा था। दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों लगा कि अब एक जंग जैसे हालात बनने लगे हैं। फिर ब्रिटेन की पहल पर अमेरिका ने बातचीत शुरू की। दोनों देशों में बातचीत के लंबे दौर पर इस बात पर सहमति बनी कि सैन जुआन आईलैंड पर दोनों ही देशों का मिलिट्री ऑक्यूपेशन रहेगा। कई शर्तें तय की गईं, जिससे बाद में विवाद की स्थिति न बने।

इस तरह से एक सुअर की वजह से अमेरिका और ब्रिटेन में जंग होते-होते रह गई। सैन जुआन में रहने वाले अमेरकी मूल निवासियों को भी इस घटना से संबल मिला था। ब्रिटिश लोगों के साथ उनकी रोज होने वाली नोक-झोंक का अंत होता जो दिख रहा था। इस पिग वॉर में किसी इंसान का खून नहीं बहा था बजाए उस सुअर के जिसे किसान ने मारा था। बाद के सालों में ब्रिटेन और अमेरिका दोनों ने ही इस आईलैंड से सेना हटाई। फिर ये आधिकारिक तौर पर अमेरिका का हिस्सा हो गया।

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