क्रिकेट / युवराज सिंह ने इस पारी को बताया 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे अहम, बोले- किसी को याद नहीं

Live Hindustan : Jul 28, 2020, 07:37 AM
Sports: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2007 के दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर लगातार 6 छक्के जड़कर इतिहास रचा था। 13 साल बाद क्रिकेट फैन्स के जेहन में युवराज सिंह के वो 6 छक्के आज भी जाता हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उस मैच में युवराज सिंह ने सबसे तेज अर्धशतक जड़ा था। युवी ने 12 गेंदों में अर्धशतक जड़कर रिकॉर्ड बनाया था। टी-20 वर्ल्ड कप से जुड़ी ऐसी कुछ और भी यादें और पारियां है, लेकिन इनमें युवराज सिंह एक पारी को इस टूर्नामेंट की सबसे अहम पारी मानते हैं। भारत ने जोहानिसबर्ग में खेले गए फाइनल मैच में पाकिस्तान को हराकर पहला टी-20 वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किया था। 

टी-20 वर्ल्ड कप 2007 के फाइनल में युवराज सिंह स्टार नहीं थे। फाइनल मैच में गौतम गंभीर और इरफान पठान ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में मदद की थी, लेकिन युवराज सिंह फाइनल मैच में एक और पारी को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं। युवराज सिंह जिस पारी को फैन्स को याद दिलाना चाहते हैं, वह पारी थी रोहित शर्मा की। उस वक्त 20 साल के रोहित शर्मा ने भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे हाई वोल्टेज फाइनल मैच में महज 16 गेंदों में 30 रन की पारी खेली थी। इसी पारी में रोहित ने 2 छक्के और एक चौका भी जड़ा था। रोहित की इस पारी ने बड़ा अंतर पैदा किया था। 

युवराज सिंह ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ''हर कोई मेरे बारे में और गौतम गंभीर के बारे में बात करता है, लेकिन किसी को भी रोहित शर्मा की 18 या 20 गेंदों में खेली गई वो 36 रन (रोहित ने उस मैच में 16 गेंदों पर 30 रन बनाए थे) की पारी याद नहीं है। फाइनल मैच में रोहित की इसी पारी के दम पर हम 160 के करीब (पांच विकेट पर 157) तक पहुंच पाए थे। वह उस टूर्नामेंट की सबसे महत्वपूर्ण पारी थी। इरफान पठान ने तीन विकेट लिए थे और वह 'मैन ऑफ द मैच' रहे थे। लेकिन मुझे लगता है कि फाइनल में खेली गई रोहित की पारी बहुत स्पेशल थी।''

उन्होंने आगे कहा, ''टेनिस एल्बो की वजह से मैं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच नहीं खेल पाया। रोहित ने उस गेम में डेब्यू किया था। रोहित ने उस मैच में अर्धशतक जड़ा था और आप एक प्रतिभाशाली युवा को देख सकते थे। यह सिर्फ इतना था कि एक प्राकृतिक टैलेंट को विश्व मंच पर सबके सामने पेश किया गया था। रोबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ी, जो उनसे कुछ पहले खेलकर गए। रोहित शर्मा का यह पहला टूर्नामेंट था, उन्होंने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला था। 

युवराज सिंह ने इस दौरान उनके साथ हुए अनुचित व्यवहार की भी बात की। युवराज का मानना है कि बीसीसीआई ने उनके पूर्व साथियों जैसे हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान के साथ करियर के अंत में ठीक बर्ताव नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि बोर्ड भविष्य में मैच विनर्स खिलाड़ियों को पहचानेगा और उनका सम्मान करेगा। बता दें कि युवराज सिंह ने पिछले साल इंटरनैशलन क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्हें भी सहवाग या जहीर की तरह फेयरवेल मैच खेलने का मौका नहीं मिला।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER