Cricket / जय शाह को ICC कमेटी में मिली बड़ी जिम्मेदारी, रमीज का प्रस्ताव खारिज

Zoom News : Apr 10, 2022, 09:54 PM
Cricket | बीसीसीआई सचिव जय शाह को आईसीसी मेन्स क्रिकेट कमेटी में मेम्बर बोर्ड प्रतिनिधि की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। आईसीसी ने इसका ऐलान रविवार शाम को किया है। बोर्ड ने ICC मेन्स क्रिकेट कमेटी में जय शाह के अलावा कई नियुक्तियों को मंजूरी दी। इसमें श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने के साथ गैरी स्टीड का नाम भी शामिल है। इसी के साथ मीटिंग में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख रमीज राजा का भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के प्रस्ताव को भी खारिज किया है।

मेन्स क्रिकेट कमेटी में शामिल सदस्य: महेला जयवर्धने - पूर्व खिलाड़ी प्रतिनिधि (फिर से नियुक्ति) गैरी स्टीड- राष्ट्रीय टीम के कोच प्रतिनिधि जय शाह - मेंबर बोर्ड प्रतिनिधि जोएल विल्सन- आईसीसी एलीट पैनल अंपायर जेमी कॉक्स - MCC प्रतिनिधि

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की बोर्ड ने रविवार को अपने अध्यक्ष ग्रेग बार्कले को अक्टूबर के अंत तक अपना कार्यकाल पूरा करने के लिए तैयार कर लिया, जिससे इस वैश्विक निकाय को नया अध्यक्ष खोजने के लिए पूरा समय मिलेगा और इसमें भारतीय क्रिकेट बोर्ड बड़ी भूमिका निभा सकता है।

इस बैठक में एक महत्वपूर्ण फैसले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा के चार देशों के टूर्नामेंट के प्रस्ताव को बोर्ड द्वारा सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया। इससे तटस्थ स्थलों पर भारत बनाम पाकिस्तान के मैचों की संभावना पर विराम लग गया। 

अन्य उल्लेखनीय घटनाक्रम में बीसीसीआई सचिव जय शाह को आईसीसी क्रिकेट समिति में शामिल किया गया। रविवार को दुबई में संपन्न हुई दो दिवसीय बोर्ड की बैठक भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के लिए अच्छा रहा क्योंकि अक्टूबर तक बार्कले के बने रहने के कारण उसे इस पद के लिए अपनी योजना बनाने के लिए काफी समय मिलेगा।

आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई-भाषा से कहा, ''बार्कले के फिर से नामांकन पर कोई चर्चा नहीं हुई है। लेकिन वह अक्टूबर के अंत तक अध्यक्ष के रूप में अपना वर्तमान दो साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। इसलिए एक नये अध्यक्ष को नामित करने की प्रक्रिया केवल नवंबर में शुरू होगी।''

पहले अध्यक्ष पद के लिए नामांकन जून के महीने में होना था लेकिन सदस्य बोर्डों के बीच विचार-विमर्श के बाद इसे बदला गया।

इस फैसले से बीसीसीआई को अपनी योजना बनाने के लिए समय मिलेगा क्योंकि सितंबर में उनकी एजीएम होने की संभावना है। इस एजीएम के बाद राष्ट्रीय निकाय की संरचना स्पष्ट होगी।

बीसीसीआई पहले ही लोढ़ा समिति की सिफारिशों में कुछ बदलाव की मांग कर रहा है। उसका मानना है कि  इसके कई नियमों को व्यावहारिक रूप से लागू नहीं किया जा सकता है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह सितंबर में कूलिंग-ऑफ (अनिवार्य विराम अवधि) के लिए जाते हैं या नहीं। आईसीसी के अगले अध्यक्ष के रूप में शाह का नाम चर्चा में है, लेकिन न तो खुद बीसीसीआई सचिव और न ही उनके करीबी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है।

बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज की योजना को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली।  राजा ने आईसीसी के तत्वावधान में पाकिस्तान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को शामिल करते हुए चार देशों के वार्षिक टी20 या एकदिवसीय टूर्नामेंट के लिए श्वेत पत्र तैयार किया था। उनका मानना है कि इससे वैश्विक निकाय को पांच साल में 750 करोड़ डॉलर (लगभग 57 अरब रुपये) का राजस्व मिल सकता है, जिसका बड़ा हिस्सा इन चारों देशों को दिया जा सकता है।

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