कोटा नाव हादसा / अब तक 11 की मौत, 25 की जगह 14 बाइक समेत 40 लोग सवार थे, चार युवकों ने 25 की जान बचाई

Zoom News : Sep 16, 2020, 11:20 PM
कोटा | कोटा जिले की खातोली गांव के समीप कमलेश्वर धाम जाते वक्त बुधवार सुबह पलटी नाव में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। इस नाव में 25 लोगों के बैठने की क्षमता था, लेकिन कुल चालीस लोग बैठ गए और 14 बाइक्स अलग से रख ली। इनमें से ज्यादातर लोग कमलेश्वर धाम जाने के लिए नाव में बैठे थे।कोटा नाव हादसे परलोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पीएम मोदी ने शोक जताया है। इस हादसे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, CM Ashok Gehlot ने भी शोक व्यक्त किया है।

बुधवार सुबह 9 बजे हुए हादसे में छह पुरुष, 4 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल है। हादसे में चार युवाओं ने पच्चीस लोगों की जान बचाई। बताया जा रहा है कि नाव चालक ने अधिक लोगों को बिठाने से भी इनकार किया था, लेकिन लोग नहीं माने। 


इसी बीच हादसे में मरने वाले लोगों के परिवार को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा नाव हादसे में मारे गए लोगों के लिए शोक प्रकट किया है। उन्‍होंने ट्वीट कर मारे गए लोगों के परिजनों सांत्‍वना दी है।


यह हादसा इटावा के पास चंबल नदी में नाव पलटने से हुआ। सुबह 9 बजे गोठड़ा कला गांव के पास नाव पलट गई और उसपर सवार करीब 50 लोग नदी में डूबने लगे। जिनको तैरना आता था वो किनारे की ओर बढ़ने लगे लेकिन करीब एक दर्जन से अधिक लोग ऐसा नहीं कर पाये। देखते ही देखते नाव नदी में डूब गई और उसपर सवार 11 लोग भी।

घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने लोगों को बचाने की कोशिश की, लेकिन बहाव तेज होने की वजह से कुछ लोग बह गए। पुलिस ने बताया कि ये लोग कमलेश्वर धाम जा रहे थे। मारे गए ज्यादातर लोग गोठड़ा कला के रहने वाले हैं।


नाव चलाने वाला तैरकर बाहर निकल आया। नाव 25 लोगों का भार उठा सकती थी, लेकिन उसमें 40 लोग सवार थे। यही नहीं, इन लोगों ने नाव में 14 बाइक भी रख दी थीं। इसी वजह से नाव पलट गई। जहां हादसा हुआ, वहां नदी की गहराई 40 से 50 फीट थी।


लड़कों ने 25 लोगों की जान बचाई

चार लड़कों ने मिलकर कुल करीब 25 लोगों की जान बचाई। उन्होंने बताया कि नाव वाले ने ज्यादा लोगों को बैठाने से इनकार किया था, फिर भी लोग नहीं माने और नाव में चढ़ते गए। लोगों को बचाने के लिए कुछ देर में दूसरी नाव भी गहरे पानी में पहुंची, लेकिन तब तक काफी लोग डूब चुके थे।


हादसा चाणदा और गोठड़ा गांव के बीच हुआ। अच्छी बात यह रही कि मौके पर कई लोग मौजूद होने से राहत कार्य में मदद मिली और कुछ लोगों को बचा लिया गया। लोगों ने बताया कि लकड़ी की नाव की हालत पहले से खराब थी। इसके बाद भी क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया था। साथ ही नदी पार करवाने के लिए नाव पर बाइकें भी बांध दी गई थीं। इस वजह से नाव वजन नहीं सह सकी और डूब गई।

कोटा के सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रशासन से हादसे की जानकारी ली। उधर, कोटा से एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना कर दी गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके शोक व्यक्त किया है।

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