AajTak : Aug 16, 2020, 12:35 PM
लखीमपुर खीरी में दलित छात्रा के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि यूपी में बीजेपी राज में बच्चियों और नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, "उप्र के लखीमपुर खीरी में एक बेबस किशोरी से दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना है। भाजपाकाल में उप्र की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है।"योगी आदित्यनाथ सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार रेप किडनैपिंग जैसे मामलों में प्रश्रयकारी बन रही है। उन्होंने आगे ट्वीट किया, " बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?"क्या है मामलाबता दें कि लखीमपुर खीरी में शौच करने गई एक छात्रा से बदमाशों ने गैंगरेप किया और उसकी हत्या कर दी। दरिंदों ने लड़की के गले में पट्टा डाला और उसे घसीटा, इसके अलावा उसकी आंखें फोड़ और जीभ काट दी गई। हालांकि लखीमपुर एसपी ने कहा है कि आंखे फोड़े जाने और जीभ काटे जाने की बात गलत है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई कर रही है।सपा-बीजेपी सरकार में क्या अंतर रहा-मायावतीइस मामले में बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी यूपी सरकार और पूर्व की अखिलेश सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी में दलित नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद फिर उसकी नृशंस हत्या अति दुःखद और शर्मनाक है। ऐसी घटनाओं से सपा व वर्तमान भाजपा सरकार में फिर क्या अन्तर रहा? सरकार आजमगढ़ के साथ खीरी के दोषियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह मांग है।