बॉलीवुड / मरकज मामले पर बोलीं नुसरत- बीमारी धर्म देखकर नहीं आती, घर पर रहें

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले पर कई लोगों की राय सामने आई है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी और फराह खान जैसे कलाकारों के बाद अब इस मामले में एक्ट्रेस और सांसद नुसरत जहां का बयान भी सामने आया है। नुसरत ने मरकज की लापरवाही पर अपनी राय रखी है। आजतक के साथ खास बातचीत में नुसरत ने कहा कि देश में बहुत से धर्म हैं कोई भी किसी तरह के प्रोग्राम में हिस्सा नहीं ले रहा है।

AajTak : Apr 01, 2020, 07:29 PM
बॉलीवुड डेस्क | दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले पर कई लोगों की राय सामने आई है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी और फराह खान जैसे कलाकारों के बाद अब इस मामले में एक्ट्रेस और सांसद नुसरत जहां का बयान भी सामने आया है। नुसरत ने मरकज की लापरवाही पर अपनी राय रखी है। आजतक के साथ खास बातचीत में नुसरत ने कहा कि देश में बहुत से धर्म हैं कोई भी किसी तरह के प्रोग्राम में हिस्सा नहीं ले रहा है। मरकज के मामले ने हमें काफी पीछे लाकर खड़ा कर दिया है।

हाल ही में मरकज के मौलाना साद का एक ऑडियो टेप काफी वायरल हुआ है जिसमें साद लोगों को ये मशवरा दे रहे हैं कि कोरोना वायरस के डर से लोग मस्जिदों को छोड़ कर नहीं भागें। इस पर बात करते हुए नुसरत ने कहा कि मैं सबसे हाथ जोड़कर कहूंगी कि आज हम जिस दौर से गुजर रहे हैं, उस समय में हमें राजनीतिक, धार्मिक और जातियों से जुड़ी बातों को बंद कर देना चाहिए।

ये हमारे लिए बेहद संवेदनशील समय है: नुसरत

उन्होंने आगे कहा कि अफवाह फैलाने से ज्यादा बेहतर ये होगा कि आप अपने घर में रहें, क्वारंटीन में रहे। धर्म बाद में आता है लेकिन सतर्क रहना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि कोई भी बीमारी धर्म, ऊंच-नीच देखकर नहीं अटैक करती है। ये हमारे लिए बेहद संवेदनशील समय है और आप चाहे किसी भी धर्म के हो, आपको इस खतरनाक वायरस को समझना चाहिए।

गौरतलब है कि नुसरत से पहले इस मामले में मशहूर एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी अपनी राय रख चुके हैं। नवाजुद्दीन ने कहा था, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप किस धर्म से ताल्लुक रखते हैं। सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन का उल्लंघन करके आप न सिर्फ अपनी खुद की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं बल्कि आप कई औरों की जिंदगी को भी खतर में डाल रहे हैं।' नवाज के अलावा डायरेक्टर फराह खान ने भी इस मामले में ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था- 'इस वक्त पर तबलीगी जमात द्वारा इस जलसे का किया जाना बहुत गैरजिम्मेदाराना है। इसे कोई धार्मिक मुद्दा मत बनाइए ये एक सामाजिक जिम्मेदारी है।'