देश / PM Modi ने UN को बताया पिछले 7 दशक में भारत ने दुनिया के लिए क्या क्या योगदान दिया

Zoom News : Sep 27, 2020, 07:53 AM
दिल्ली: आज पुरी दुनिया कोरोना से जुझ रही है ओर इसी भागदोड़ में प्रत्येक देश अपने लोगो को बचाने मे लगा हुआ ओर इसी के चलते कई काम रुक चुके है फिर भी इस कोरोना संकट के दौर में संयुक्त राष्ट्र महासभा का 75वां सत्र वर्चुअल तरीके से आयोजित किया जा रहा है, ओर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महासभा को संबोधित किया ओर संयुक्त राष्ट्र में भारत के योगदान का जिक्र किया और यह सवाल भी उठाया कि भारत को कब तक अलग रखा जाएगा।

भारत एक शांति प्रिय देश है। भारत आजादी के बाद से ही संयुक्त राष्ट्र से जुड़ा हुआ है और उसकी ओर से आयोजित संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में जोर-शोर से शामिल होता रहा है। भारत की संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में योगदान देने की एक लंबी और गहरी परंपरा रही है। पीएम मोदी ने आज यूएन में भारत को योगदान का जिक्र किया 

1948 के बाद से दुनियाभर में अब तक 71 संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में से 49 में 2 लाख से अधिक भारतीय सैनिको और पुलिसकर्मियों ने अपनी सेवा दी है। तो वही यूएन शांति मिशन के दौरान 168 भारतीय शांति सैनिकों को अपने कर्तव्यों के दौरान शहादत भी मिली। 1950 में भारतीय सेना की 60 पैराशूट फील्ड एम्बुलेंस को कोरियाई युद्ध में हिंसाग्रस्त इलाकों में मेडिकल कवर प्रदान करने के लिए भेजा गया था। संयुक्त राष्ट्र सेना कोरियाई युद्ध में लगी हुई थी।

1958 में भारतीय सेना संयुक्त राष्ट्र इमरजेंसी फोर्स के हिस्से के तहत गाजा के एक समुद्र तट पर डेनिश और स्वीडिश शांति सैनिकों के साथ संयुक्त रूप में प्रशिक्षण अभ्यास पर शामिल हुई थी। 15 नवंबर 1956 से 19 मई 1967 तक के ऑपरेशन में 27 भारतीय संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों ने अपनी जान गंवाई। 1960 में कांगो में स्थिति बेहद खराब हो गई और वहां की सरकार ने यूएन से मदद की अपील की। 14 जुलाई 1960 और 30 जून 1964 के बीच, दो भारतीय ब्रिगेड ने ONUC UNPKO में भाग लिया। इस ऑपरेशन में 39 भारतीयकर्मियों ने अपनी जान गंवाई, साथ ही वर्तमान में दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है और भारत ने भरोसा दिलाया है कि उसकी ओर से तैयार वैक्सीन दुनिया के लोगों के लिए मुहैया कराया जाएगा। 

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