Zoom News : Mar 12, 2022, 02:53 PM
दिल्ली के गोकलपुरी थाना क्षेत्र के गोकलपुर गांव में शुक्रवार देर रात आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें पांच लोग एक ही परिवार के थे। आग लगने से 60 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना पर दुख जताया है। वे घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। गोकलपुरी क्षेत्र में फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है।सीएम केजरीवाल ने किया घटनास्थल का दौरा, मुआवजे की घोषणादिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे। यहां उन्होंने एक कार पर खड़े होकर सभी पीड़ितों से एक साथ बात की और मुआवजे का एलान भी किया। उन्होंने घोषणा की है कि हादसे में मरने वाले वयस्कों के परिजनों को 10 लाख रुपये, बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपये और प्रत्येक पीड़ित के पुनर्वास के लिए 25 हजार रुपये देने का एलान किया है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मामूली रूप से घायल लोगों के इलाज के लिए 20 हजार रुपये मुआवजे का भी एलान किया गया है।एक ही परिवार के पांच लोगों की मौतघटना में एक ही परिवरा के जिन पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें बबलू, बेटा शहंशाह, बहन रेशमा, भाई रंजीत और भाभी प्रियंका हैं। मरने वाले सभी लोग मूल रूप से उन्नाव जिला के शफीपुर तहसील क्षेत्र के निवासी थे। यहां रहकर वे लोग अपना जीवन-यापन कर रहे थे। घटना में 150 लोगों को के सर से छत छिन गई है, जिन्हें दूसरी अस्थायी कैंप बनाकर उनमें भेजा जाएगा।उत्तर पूर्वी दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने कहा कि गोकलपुरी थाना क्षेत्र में रात लगभग एक बजे आग लगने की सूचना मिली। तत्काल टीम को मौके पर बचाव उपकरणों के साथ भेजा गया। उन्होंने बताया कि हमने अग्निशमन विभाग से भी संपर्क किया, जिसने त्वरित कार्रवाई की। हम तड़के चार बजे तक आग बुझा सके तबतक सात लोगों की जलकर मौत हो चुकी थी।उत्तर पूर्वी दिल्ली की जिला अधिकारी गीतिका शर्मा ने बताया कि बेघर हुए लोगों के लिए कुल 33 अस्थायी कैंप बनाए जाएंगे। राहत कार्यों के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के एक सामुदायिक केंद्र को लिया गया है।दिल्ली के सीएम ने ट्वीट किया, 'सुबह सुबह ये दुःखद समाचार सुनने को मिला। मैं स्वयं वहां जाकर पीड़ित लोगों से मिलूंगा।' दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि हमने मौके से बुरी तरह जले हुए सात शव बरामद किए, जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। प्रतीत होता है कि घटना के समय ये लोग सो रहे थे और आग के तेजी से फैलने के कारण ये लोग भाग नहीं सके। 60 झोपड़ियां पूरी तरह जल चुकी हैं। हम आग लगने के कारणों का पता लगा रहे हैं। मौके पर 13 गाड़ियां भेजी गईं।