देश / 4 डिग्री टेंपरेचर में राहुल गांधी का टी-शर्ट पहनकर घूमने के पीछे क्या है मकसद?

Zoom News : Dec 27, 2022, 07:18 PM
New Delhi : राजनीति में हमेशा से ही कपड़े और बॉडी लैंग्वेज संवाद का काम करते आए हैं. याद कीजिए साल 2019 की लोकसभा चुनाव के पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ की यात्रा पर गए थे तब उन्होंने एक गुफा में बैठकर भगवा वस्त्र धारण कर ध्यान लगाया था. उनकी ये तस्वीरें लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के प्रचार में हथियार बनीं थी.

उस तस्वीर के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद को हिंदुत्व के आइकॉन के तौर पर पेश किया था और उन्हें उसका फायदा भी मिला. अब विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं. दिल्ली की चार डिग्री की ठंड में राहुल गांधी का सफेद टी- शर्ट में घूमना यू ही नहीं है बल्कि इसके पीछे एक राजनीतिक संदेश है.  

दरअसल शनिवार को राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का काफिला राजधानी दिल्ली पहु्ंचा. 'भारत जोड़ो' यात्रा के हफ्तेभर के दिल्ली प्रवास के दौरान वह अपनी मां सोनिया गांधी से मिले और 26 दिसंबर की सुबह कड़ाके की सर्दी में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेई को श्रद्धांजलि देने भी पहुंचे. 

इस दौरान उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन तस्वीरों के वायरल होने की वजह भारत जोड़ो यात्रा या राहुल गांधी नहीं है बल्कि उनकी सफेद टी- शर्ट है. 

दरअसल सोमवार की सुबह जब राहुल गांधी दिग्गज नेताओं की समाधियों पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे तब दिल्ली में तापमान 3 से 4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था. इस कड़ाके की सर्दी में जहां एक तरफ लोग कांप रहे थे, सर्द हवाएं कलेजे को छलनी कर रही हैं वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी केवल एक सफेद रंग की टी-शर्ट में टहल रहे थे. 

उनकी इस तस्वीर के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोग सवाल करते नहीं थक रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह हो सकती है कि इतनी ठंड में भी राहुल को बिना स्वेटर या गर्म कपड़े के घूमना पड़ रहा है. इसके अलावा उनका इस पूरे यात्रा के दौरान केवल सफेद रंग के टी- शर्ट के पीछे क्या संदेश है?

राहुल ने क्या कहा

लगातार पूछे जा रहे इस सवाल का जवाब राहुल गांधी ने खुद दे दिया है. राहुल गांधी ने कहा, "वे मुझसे पूछते रहते हैं कि मुझे ठंड क्यों नहीं लगती... लेकिन वे यही सवाल किसानों, कामगारों, छोटे गरीब बच्चों से नहीं पूछते..."

इससे पहले रविवार यानी 26 दिसंबर को लालकिले पर जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, "इस यात्रा के दौरान मैं 2,800 किलोमीटर चल चुका हूं, लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा काम नहीं है.. हमारे देश के किसान रोजाना बहुत ज्यादा चलते हैं, खेत मजदूर भी चलते हैं.. दरअसल समूचा भारत ही चलता है."

कहां से आ रही है शक्ति, एक्सपर्ट ने क्या है

राहुल गांधी के अलावा राजनीतिक विश्लेषक और कांग्रेस समर्थक तहसीन पूनावाला ने भी ट्वीट कर राहुल गांधी के इस ठंड को बर्दाश्त करने का राज बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर खुले बदन रहने वाले साधु-संतों का उदाहरण देते हुए लिखा, 'कई लोग भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के इस ठंड में सिर्फ एक टी-शर्ट पहने रहने पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. यह शक्ति मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक तंदुरुस्ती की है. अगर शरीर तंदुरुस्त और ध्यान मजबूत हो तो हम पर कड़कड़ाती ठंड का भी असर नहीं होता है.'

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER