कॅटगरी | कॉमेडी |
निर्देशक | रमेश सिप्पी |
कलाकार | किरण जुनेजा,राजकुमार राव,शक्ति कपूर,हेमा मालिनी |
रेटिंग | 2/5 |
निर्माता | किरण जुनेजा,रमेश सिप्पी,रोहन सिप्पी |
संगीतकार | मीत ब्रदर्स |
प्रोडक्शन कंपनी | वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स |
कहानी: अविनाश का लव लेटर प्रेमिका की जगह उसकी लड़की की मां को मिल जाता है और वहीं से शुरू होती हैं कॉमिडी भरी ढेर सारी गलतफहमियां भी।
रिव्यू: अविनाश (राजकुमार राव) अपनी फैमिली के साथ शिमला छुट्टियां मनाने पहुंचता है, जहां उसकी नजर एक खूबसूरत लोकल लड़की नैना (रकुल प्रीत) पर पड़ती है और तभी वह उसे प्रपोज़ करने का फैसला ले लेता है। चूंकि वह स्वभाव से काफी शर्मीला है और इसलिए अपनी बात नैना को इतनी आसानी से कह नहीं पाता है। अब वह वहीं एक कैफे में काम करने लगता है ताकि वह नैना के करीब पहुंच सके। ...और जब वह आखिरकार अपनी हिम्मत जुटाता है और नैना के लिए ख़त लिखता है तो यह गलती से उसकी मां रुक्मणि (हेमा मालिनी) के हाथों में चला जाता है। तलाकशुदा रुक्मणि अपने से छोटे उम्र के अविनाश से रिलेशनशिप के लिए तैयार दिखती है।
साल 2015 में बनी यह फिल्म 'शिमला मिर्च' ने रिलीज़ होने में अच्छा-खासा 5 साल लगाया है। मशहूर फिल्ममेकर रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित यह फिल्म पिछले 25 सालों में पहली फिल्म है। फिल्म का पहला हाफ काफी खिंच गया है और कमजोर नजर आती है, जिसका क्लाइमैक्स आपको पहले से पता होता है।
राजकुमार राव ने एक आशिक के किरदार को अच्छी तरह से निभाया है। रकुल प्रीत ने भी अपनी भूमिका में परफेक्शन दिखाया है। हेमा मालिनी के कुछ कॉमिक अंदाज़ देखने लायक हैं। शक्ति कपूर चाइनीज़ जोक्स सुनाते नजर आ रहे, जिससे फिल्म की कहानी पर कोई असर नहीं पड़ता।
'शिमला मिर्च' बिमा मसाला वाली रोमांटिक कॉमिडी फिल्म है, जिसे थोड़ा और टाइट एडिटिंग और क्लाईमैक्स बेहतर किया जा सकता था। फिल्म का प्लॉट इंटरेस्टिंग है, जिसके जरिए कहानी को कई मजेदार फ्लेवर दिए जा सकते थे। दो घंटे लंबी फिल्म आपको गुदगुदाने में पूरी तरह सफल नहीं।