Cricket / ट्रांजीशन फेज से गुजर सकती है भारतीय टेस्ट टीम, लिए जाएंगे कड़े फैसले

Zoom News : Jun 25, 2021, 10:47 AM
Cricket | इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद से टीम इंडिया टेस्ट फॉर्मेट में ट्रांजीशन के बारे में सोच सकती है। कप्तान विराट कोहली ने भी मैच के बाद ऐसे संकेत दिए थे कि आने वाले समय में टेस्ट टीम में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। ट्रांजीशन फेज में सीनियर बल्लेबाजों और तेज गेंदबाजों पर गाज गिर सकती है। न्यूजीलैंड के खिलाफ साउथम्पटन में मिली आठ विकेट से हार के बाद कप्तान विराट ने कहा था कि ऐसे लोगों को टीम में लाया जाएगा, जो सही माइंडसेट के साथ बेहतर खेल दिखा सकें। विराट ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया था।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की टीम में जगह खतरे में पड़ सकती है। पुजारा ने पिछले तीन साल में 18 टेस्ट मैचों में एक भी शतक नहीं लगाया है। ऐसा माना जा रहा है कि टीम मैनेजमेंट युवा क्रिकेटरों को अब ज्यादा जिम्मेदारी देने के बारे में सोच सकता है। किसी भी परिस्थिति में पुजारा का स्लो स्ट्राइक रेट काफी समय से टीम के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। विराट कोहली ने बिना पुजारा का नाम लिए कहा था, 'हमें विरोधी गेंदबाजों को सेट होने का समय नहीं देना चाहिए, कम से कम स्ट्राइक रोटेट करते रहनी चाहिए।' टीम मैनेजमेंट से जुड़े एक सोर्स ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'अगर रन बनाने की बात की जा रही है, इसका यह मतलब नहीं कि वह हर गेंद पर अटैक करे, लेकिन कम से कम 7-8 गेंदों पर स्ट्राइक रोटेट होते रहनी चाहिए।'

टीम में बदलाव को लेकर विराट ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद कहा था, 'अगर आप हमारी लिमिटेड ओवर की टीम पर नजर डालेंगे, तो इसमें काफी गहराई है और खिलाड़ियों में काफी आत्मविश्वास भी है। हमें टेस्ट टीम के साथ भी ऐसा करना होगा।' भारत को 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है और इस सीरीज पर टेस्ट टीम का फ्यूचर भी टिका हुआ है। अब देखना होगा कि अगर टेस्ट टीम ट्रांजीशन फेज से गुजरती है, तो किन खिलाड़ियों पर टीम मैनेजमेंट दांव लगाता है।

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