तकनीक / आपके वॉट्सऐप तक कैसे पहुंची इजरायली एजेंसी, कौन हो चुका है अब तक शिकार?

News18 : Nov 01, 2019, 12:28 PM
टेक डेस्क | व्हाट्सऐप (WhatsApp) ने इज़रायली सर्विलांस फर्म एनएसओ ग्रुप (Israeli surveillance firm NSO Group) पर मंगलवार को आरोप लगाया कि एजेंसी ने पूरी दुनिया से कुछ फोन को हैककर जासूसी की है. इस खबर के आने के बाद भारतीय राजनीति में हंगामा मच गया है. व्हाट्सऐप ने इस बात की भी पुष्टि कर दी है कि एनएसओ ग्रुप की ओर से भारतीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकारों को स्पाइवेयर द्वारा टारगेट किया गया है.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि इजरायली कंपनी ने पेगासस (Pegasus) नाम के स्पाइवेयर से भारतीय हस्तियों, पत्रकारों और मनावाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया है. अभी तक की खबर के मुताबिक भारत के 2 दर्जन से ज्यादा पत्रकार, वकील और बड़ी हस्तियां हैकिंग का शिकार हो चुकी हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि पेगासस (Pegasus) नाम का स्पाइवेयर केवल व्हाट्सऐप में ही तांकझाक नहीं करता, बल्कि पूरे फोन की जानकारी इकट्ठा करता है. दावा किया गया है कि पेगासस स्पाइवेयर व्हाट्सऐप के अलावा, माइक्रफोन रिकॉर्डिंग, ई-मेल, एसएमएस, कैमरा, सेल डाटा, टेलीग्राम, लोकेशन, कॉन्टैक्ट, फाइल्स, हिस्ट्री ब्राउजिंग, इंस्टेंट मैसेजिंग, कैलेंडर रिपोर्ट, सोशल नेटवर्किंग साइट, डिवाइस सेटिंग तक में स्पाइवेयर की पहुंच हो जाती है.

एक SMS कर देता है पूरा काम

अभी तक की जानकारी के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर को बेहद शातिर तरीके से यूजर्स के फोन पर SMS के जरिए भेजा जा सकता है. इस SMS को ऐसे तैयार किया जाता है कि आप उसे डाउनलोड किए बिना रह नहीं सकेंगे. इसके बाद वह आपके व्हाट्सऐप के जरिए पूरे फोन की जानकारी इकट्ठा कर इजरायल में बैठे हैकर्स को भेजना शुरू कर देगा.

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER