Zee News : Sep 19, 2020, 01:26 PM
IPL 2020। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन का लंबा इंतजार आज खत्म हो जाएगा। पिछली चैंपियन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और रनरअप चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super KIngs) के बीच मुकाबले का टॉस उछलते ही 13वें सीजन की रणभेरी बज जाएगी। सभी टीमों ने तकरीबन एक महीने से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में ही डटे रहकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौर में इतने बड़े खेल आयोजन को कराना एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। लेकिन इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए इस लीग के ग्लैमर के भी पर कतरने पड़े हैं। आइए देखते हैं पहला मुकाबला चालू होने से पहले एक बार फिर उन बातों पर नजर डालते हैं, जो इस बार आईपीएल में नहीं दिखाई देंगी।लगातार दूसरे साल नहीं होगा उद्घाटन समारोहआईपीएल के 12वें सीजन की तरह इस बार भी उद्घाटन समारोह यानी ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन नहीं किया जाएगा। बस इस बार यह सेरेमनी नहीं कराने का कारण बदल गया है। पिछले सीजन से पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के कारण ओपनिंग सेरेमनी आयोजित नहीं की गई थी बल्कि उसके स्थान पर बीसीसीआई (BCCI) की प्रशासकों की समिति (COA) ने ओपनिंग सेरेमनी का फंड शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिवारों के लिए दान कर दिया था। इस बार कोरोना वायरस के कारण संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ओपनिंग सेरेमनी को खत्म किया गया है। पहली बार नहीं दिखेगा चौके-छक्के पर चीयर लीडर्स का जलवाआईपीएल के 12 सीजन में एक बार भी ऐसा नहीं हुआ कि लीग का आयोजन होने पर मैदान में दोनों टीमों की चीयर लीडर्स की मौजूदगी नहीं रही हो। दर्शकों ने जितना लुत्फ बल्लेबाज, गेंदबाज और फील्डर के जोरदार खेल का लिया, उतना ही मजा उन्हें हर बार चीयर लीडर्स का डांस देखकर भी आता रहा है। लेकिन इस बार चीयर लीडर्स को भी बाय बाय कर दिया गया है। मैदान पर कम से कम लोगों की मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए पहली बार यह लीग चीयर लीडर्स के बिना होने जा रही है।मैदान पर न होंगे दर्शक और न ही कमेंट्री टीमआईपीएल के मैदानों के दर्शक स्टैंड पहली बार आपको खाली नजर आएंगे। यह अनोखा नजारा होगा कि बल्लेबाज के छक्का लगाने पर उसे स्टैंड में बैठा कोई दर्शक लपकने के लिए बेताब नजर नहीं आएगा। इसी तरह आईपीएल मैचों की कमेंट्री टीम भी स्टेडियम में नहीं बल्कि स्टूडियो के अंदर बैठकर आपको मैच का सीधा हाल सुनाएगी।दर्शक स्टैंड में ही बनेगा टीमों का 'वार रूम'इस बार टीमों के खिलाड़ियों से इतर बाकी तकनीकी स्टाफ यानी वीडियो एनालिस्ट आदि ड्रेसिंग रूम में नहीं बैठेंगे बल्कि उन्हें दर्शक स्टैंड में अपने लिए अलग जगह तलाशनी होगी। खिलाड़ियों के कम से कम लोगों के संपर्क में आने देने की रणनीति के तहत हो रहे इस काम का मतलब है कि इस बार टीमों का "वार रूम" अलग ही रहेगा। (फाइल फोटो)मीडिया के साथ नहीं होगा टीमों का मेलमिलापइस बार मीडिया को भी स्टेडियम में एंट्री नहीं दी जा रही है और न ही उन्हें टीम प्रैक्टिस के दौरान स्टेडियम में आने की छूट है। इसका मतलब है कि मीडिया और खिलाड़ियों के बीच फिजिकल मेल-मिलाप नहीं होगा बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही इंटरव्यू आदि किए जाएंगे। हालांकि मैच के बाद टीम प्रेस कांफ्रेंस रखी जाएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उसमें खिलाड़ी खुद आएंगे या वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही सवालों का जवाब देंगे।