News18 : Oct 06, 2019, 06:21 PM
पाली | राजस्थान के पाली जिले में हादसे में मारे गए एक युवक की गलत शिनाख्तगी (Wrong identification) के कारण दूसरे युवक के परिवार को 20 दिन गम में काटने पड़ गए. युवक के परिजनों ने मृतक के पास मिले आधार कार्ड (Aadhar Card) की गफलत के कारण अज्ञात व्यक्ति (unknown person) को अपना बेटा मानकर उसका दाह संस्कार (Funeral) कर दिया. बाद में उसके बाहरवें की रस्म भी कर दी गई. लेकिन 20 दिन बाद गत शुक्रवार को वह युवक जिंदा मिला (The young man got alive) तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अब पुलिस (Police) इस बात को लेकर चक्करघनी हो रही है जो मारा गया था वो कौन था ?
17 सितंबर को जोधपुर में हुआ था हादसादरअसल गत 17 सितंबर को जोधपुर के मंडोर थाना इलाके में मघराजजी का टांका के पास हुए हादसे में एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. हादसे में युवक का शव क्षत-विक्षत होकर दो-तीन टुकड़ों में बंट गया था. मंडोर थाना पुलिस ने मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड को देखकर उसकी पहचान पाली जिले के बिलता बाड़िया के प्रकाश पुत्र नारायण राम के रूप में की. पुलिस ने युवक के परिजनों को बुलाकर शव उनको सुपुर्द कर दिया. आधार कार्ड के आधार पर परिजनों ने भी शव ले लिया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया. बाद में उसके बाहरवें की रस्म भी पूरी कर दी.आधार कार्ड 2 माह पूर्व गुम हो गया थालेकिन इसी बीच बिलता बाड़िया गांव निवासी कालूराम का दो दिन पहले शुक्रवार को जोधपुर में प्रकाश से सामना हो गया. वह उसे देख कर अचंभित हो गया. उसने तुरंत प्रकाश के पिता और भाई को इसकी सूचना दी. इस पर वे जोधपुर पहुंचे और प्रकाश का जिंदा देखकर आश्चर्यचकित रह गए. प्रकाश ने बताया कि उसका आधार कार्ड 2 माह पूर्व गुम हो गया था. वह शायद हादसे के शिकार हुए युवक को मिल गया होगा. उसी आधार कार्ड से पुलिस ने मृतक की शिनाख्त करवा ली और परिजनों ने भी उसे स्वीकार कर शव ले लिया.आखिर हादसे में मारा गया मृत युवक कौन था ?प्रकाश जोधपुर में रहकर मजदूरी करता है. उसकी पत्नी 5-6 माह पूर्व छोड़कर चली गई थी. प्रकाश के पास कोई मोबाइल नहीं रखता है. परिजन जब शुक्रवार को वापस प्रकाश को अपने गांव ले गए तो वहां उसका ढोल नगाड़ो से स्वागत किया गया. अब पुलिस पुनः जांच में जुटी है कि आखिर हादसे में मारा गया मृत युवक कौन था ?
17 सितंबर को जोधपुर में हुआ था हादसादरअसल गत 17 सितंबर को जोधपुर के मंडोर थाना इलाके में मघराजजी का टांका के पास हुए हादसे में एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. हादसे में युवक का शव क्षत-विक्षत होकर दो-तीन टुकड़ों में बंट गया था. मंडोर थाना पुलिस ने मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड को देखकर उसकी पहचान पाली जिले के बिलता बाड़िया के प्रकाश पुत्र नारायण राम के रूप में की. पुलिस ने युवक के परिजनों को बुलाकर शव उनको सुपुर्द कर दिया. आधार कार्ड के आधार पर परिजनों ने भी शव ले लिया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया. बाद में उसके बाहरवें की रस्म भी पूरी कर दी.आधार कार्ड 2 माह पूर्व गुम हो गया थालेकिन इसी बीच बिलता बाड़िया गांव निवासी कालूराम का दो दिन पहले शुक्रवार को जोधपुर में प्रकाश से सामना हो गया. वह उसे देख कर अचंभित हो गया. उसने तुरंत प्रकाश के पिता और भाई को इसकी सूचना दी. इस पर वे जोधपुर पहुंचे और प्रकाश का जिंदा देखकर आश्चर्यचकित रह गए. प्रकाश ने बताया कि उसका आधार कार्ड 2 माह पूर्व गुम हो गया था. वह शायद हादसे के शिकार हुए युवक को मिल गया होगा. उसी आधार कार्ड से पुलिस ने मृतक की शिनाख्त करवा ली और परिजनों ने भी उसे स्वीकार कर शव ले लिया.आखिर हादसे में मारा गया मृत युवक कौन था ?प्रकाश जोधपुर में रहकर मजदूरी करता है. उसकी पत्नी 5-6 माह पूर्व छोड़कर चली गई थी. प्रकाश के पास कोई मोबाइल नहीं रखता है. परिजन जब शुक्रवार को वापस प्रकाश को अपने गांव ले गए तो वहां उसका ढोल नगाड़ो से स्वागत किया गया. अब पुलिस पुनः जांच में जुटी है कि आखिर हादसे में मारा गया मृत युवक कौन था ?