Zoom News : Jun 18, 2021, 04:10 PM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें करीब 8 लड़के कुर्सी पर बैठकर ताबड़तोड़ फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। वायरल हो रहा यह वीडियो दो वर्ष पुराना बताया जा रहा है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। इस वीडियो में राइफल से फायरिंग की ऐसी बहस छिड़ी है, मानो किसी का डर ही न हो।
सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देख पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। 27 सेकंड का यह वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा युवक असलहों से ताबड़तोड़ फायरिंग करते नजर आते हैं।
दो साल पुराना बताया जा रहा है वीडियो ये वीडियो प्रयागराज के नाबवगंज में एक शादी समारोह का बताया गया है। ये शादी हाल में नहीं, बल्कि दो साल पहले हुई थी। दर्जनभर से अधिक युवा राइफलों से फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। फायरिंग भी इतने बेतरतीब तरीके से की जा रही है, कि किसी की भी जान जा सकती थी। खास बात यह कि वीडियो में ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच दो बच्चे भी खड़े नजर आते हैं।पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की बताया गया है कि नवाबगंज में आयोजित ये शादी समारोह तस्कर मुजफ्फर के भाई असलम का था। ये सभी अतीत गैंग से जुड़े हुए लोग बताए गए हैं। हालांकि वायरल हो रहे इस पुराने वीडियो को लेकर जांच की जा रही है। मई महीने में पंचायत चुनाव से पहले असलम के परिवार से जुड़े लोगों के शस्त्र जमा करा लिए गए थे, इनके लाइसेंस कैंसिलेशन की कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देख पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। 27 सेकंड का यह वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा युवक असलहों से ताबड़तोड़ फायरिंग करते नजर आते हैं।
दो साल पुराना बताया जा रहा है वीडियो ये वीडियो प्रयागराज के नाबवगंज में एक शादी समारोह का बताया गया है। ये शादी हाल में नहीं, बल्कि दो साल पहले हुई थी। दर्जनभर से अधिक युवा राइफलों से फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। फायरिंग भी इतने बेतरतीब तरीके से की जा रही है, कि किसी की भी जान जा सकती थी। खास बात यह कि वीडियो में ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच दो बच्चे भी खड़े नजर आते हैं।पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की बताया गया है कि नवाबगंज में आयोजित ये शादी समारोह तस्कर मुजफ्फर के भाई असलम का था। ये सभी अतीत गैंग से जुड़े हुए लोग बताए गए हैं। हालांकि वायरल हो रहे इस पुराने वीडियो को लेकर जांच की जा रही है। मई महीने में पंचायत चुनाव से पहले असलम के परिवार से जुड़े लोगों के शस्त्र जमा करा लिए गए थे, इनके लाइसेंस कैंसिलेशन की कार्रवाई की जा रही है।