K.G.F: Chapter 2

Apr 14, 2022
कॅटगरी एक्शन
निर्देशक प्रशांत नील
कलाकार प्रकाश राज,यश,रवीना टंडन,श्रीनिधि शेट्टी,संजय दत्त
रेटिंग 4/5
निर्माता विजय किर्गंदुर
संगीतकार रवि बसरूर
प्रोडक्शन कंपनी होम्बले फिल्म्स

यश की फिल्म केजीएफ जब 21 दिसंबर, 2018 को रिलीज हुई थी तो इसने बड़े पर्दे पर खूब धमाका किया था। फिल्म ने बॉलीवुड को भी हिलाकर रख दिया था। इसके बाद से ही लोग दोबारा रॉकी भाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। आखिरकार रॉकी भाई जब 14 अप्रैल को सिनेमाघरों में आए तो अपने साथ एक खूंखार विलेन अधीरा (संजय दत्त) और प्राइम मिनिस्टर रमिका सेन (रवीना टंडन) को भी लेकर आए। लेकिन क्या इस बार भी यश ने अपना जादू दिखाया है और संजय दत्त ने क्या उम्मीद से बढ़कर काम किया है? जानिए ये सब इस मूवी रिव्यू में।


फिल्म की कहानी

यश एक बार फिर रॉकी भाई बनकर लौट आए हैं। वो नाराची के इकलौते सुल्तान बन गए हैं। पिछली बार विलेन मर जाता है लेकिन सत्ता वापस लेने के लिए अधीरा से वादा लेता है कि वो सब कुछ वापस लेगा। फिल्म वहीं से शुरू होती है जहां से खत्म हुई थी। रॉकी की आंखों में अब भी वही सपना है जो उसने अपनी मां से किया था कि वो बड़ा आदमी बनकर ही मरेगा। रॉकी की सोने की खान को छीनने के लिए उसके पीछे कई दुश्मन पड़ गए हैं। वहीं प्रधानमंत्री रमिका सेन देश में क्रिमिनल्स का खात्मा करने के लिए निकल पड़ी हैं। इसका भी असर रॉकी भाई पर पड़ता है। तो क्या रॉकी अपनी सल्तनत कायम रखता है या उसके दुश्मन उसे हरा देंगे? इसके लिए आप फिल्म देखिए।


फिल्म में क्या है कमाल?

'केजीएफ 2' में प्रशांत नील की मेहनत रंग लेकर आई है। प्रशांत नील ने यश और संजय दत्त के किरदारों को एक-दूसरे से बखूबी पिरोया है। जहां एक तरफ यश अपने किरदार में खूब जचे हैं तो वहीं संजय दत्त ने भी अधीरा के रूप में लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। एक नेरेटर के तौर पर प्रकाश राज ने जबरदस्त काम किया है तो वहीं रवीना टंडन ने भी अपनी भूमिका को बखूबी अदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। फिल्म के कई सीन्स ऐसे हैं, जिन्हें लंबे समय तक भुला पाना भी मुश्किल होगा। खास बात तो यह है कि फिल्म की शूटिंग जेएसडब्ल्यु साइट पर हुई है, जिसने केजीएफ 2 के सीन में जान डाल दी है। स्टार कास्ट से इतर केजीएफ 2 के सिनेमेटोग्राफर भुवन गौड़ा ने भी अपने काम से धूम मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 


फिल्म में किये जा सकते थे ये सुधार?

यश और संजय दत्त स्टारर 'केजीएफ 2' यूं तो बहुत अच्छी है, लेकिन फिल्म में कुछ खामियां भी मौजूद हैं, जिन्हें ठीक किया जा सकता था। 'केजीएफ 2' को 10 मिनट शॉर्ट किया जा सकता था, क्योंकि कई जगह सुल्तान के तौर पर दिखाए गए रॉकी के सीन बार-बार दोहराए गए। इसके अलावा इस फिल्म में लव स्टोरी का ट्रैक भी गैर जरूरी लगा। 'केजीएफ चैप्टर 2' के मुकाबले 'केजीएफ 1' में श्रिंधि शेट्टी बतौर रीना ज्यादा अच्छी लगी थीं।


यश की फिल्म 'केजीएफ 2' को लेकर यह कहा जा सकता है कि फिल्म मनोरंजन, एक्शन और थ्रिलर से भरपूर है। फिल्म के डायलॉग्स ऐसे हैं कि इसे सुनकर अपने आप ही हाथ तालियों के लिए उठ जाएगा। इसके साथ ही रॉकी और संजय दत्त की भिड़ंत दर्शकों को स्क्रीन से जोड़े रखने के लिए काफी है।


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