दुनिया / हमले के मूड में पुतिन, जेलेंस्की बोले- नहीं डरते; जानिए 10 नई बातें

Zoom News : Feb 22, 2022, 07:10 AM
व्लामिदिर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्रों (डोनेट्स्क और लुहान्स्क) को दो स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे दी है। रूसी राष्ट्रपति के इस फैसले की दुनिया भर में भारी आलोचना हो रही है। इसके साथ ही इस बात की संभावना अभी भी बनी हुई है कि रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है।

राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है। पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है

यूक्रेन-रूस तनाव की 10 नई बातें:

1. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में कहा है कि वह ऐसी किसी भी चीज़ या किसी से नहीं डरते हैं। पश्चिमी देशों से स्पष्ट समर्थन की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि रूस का कदम पूर्व सोवियत राज्य की "संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन" है।

2. रूस की मान्यता के कुछ घंटों बाद व्लादिमीर पुतिन ने दो अलग-अलग क्षेत्रों में अपने सैनिकों को शांति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद अब रूस यूक्रेन पर आक्रमण करने की तैयारी में है। डोनेट्स्क में टैंक भी देखे गए हैं। 

3. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से इस मुद्दे पर एक आपात बैठक आयोजित की जाएगी। 


4. संयुक्त राज्य अमेरिका ने पहले ही दो अलग-अलग क्षेत्रों में नए निवेश, व्यापार, और अमेरिकी व्यक्तियों द्वारा वित्तपोषण पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ''अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे।अमेरिका यूक्रेन के उन क्षेत्रों में काम करने के लिए निर्धारित किसी भी व्यक्ति पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार भी प्रदान करता है।"

5. जापान के अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों में शामिल होने की संभावना है। वहीं, फ्रांसीसी अधिकारियों को रिपोर्टों में यह कहते हुए उद्धृत किया गया है कि क्रेमलिन के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए यूरोपीय संघ में भी चर्चा जारी है। यूरोपीय संघ ने "अंतर्राष्ट्रीय कानून के साथ-साथ मिन्स्क समझौतों के घोर उल्लंघन" पर रूस की निंदा की है।

6. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने यूक्रेन को पश्चिम की "कठपुतली" बताते हुए एक टेलीविज़न संबोधन में कहा, "दोनों क्षेत्रों की स्वतंत्रता को तुरंत पहचानने के लिए एक लंबे समय से लंबित निर्णय लेना आवश्यक था।'' उन्होंने कहा, "जहां तक ​​कीव में सत्ता पर काबिज और कब्जा करने वालों का सवाल है, हम उनके सैन्य अभियानों को तत्काल समाप्त करने की मांग करते हैं।"

7. यूनाइटेड किंगडम ने और प्रतिबंधों की चेतावनी भी दी है। रूस के ताजा फैसले पर विदेश सचिव लिज़ ट्रस ने ट्वीट किया, "यह संवाद पर टकराव का रास्ता चुनने के रूस के फैसले को दर्शाता है।"

8. रूस-यूक्रेन तनाव के ताजा घटनाक्रम के बाद वैश्विक बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।

9. ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन भी पुतिन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, "यह अस्वीकार्य है, यह अकारण है, यह अनुचित है। शांति स्थापना की उनकी बात बकवास है।"

10. पिछले कुछ हफ्तों में तनाव चरम पर है क्योंकि रूस ने शीत युद्ध के बाद से सबसे खराब संकटों में से एक में यूक्रेन की सीमाओं पर 150,000 से अधिक सैनिकों को इकट्ठा किया है।

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